दिग्गज बीजेपी नेता चुफाल की रणनीति पर फिरा पानी,चिटगालगांव जिला पंचायत सीट से विधायक चुफाल की बेटी दीपिका चुनाव हारीं, मानी जा रहीं थी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार

दिग्गज बीजेपी नेता चुफाल की रणनीति पर फिरा पानी,चिटगालगांव जिला पंचायत सीट से विधायक चुफाल की बेटी दीपिका चुनाव हारीं, मानी जा रहीं थी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार

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उत्तरा न्यूज पिथौैरागढ़ सहयोगी। पंचायत चुनाव की हाॅट सीट बनी डीडीहाट ब्लाॅक की चिटगालगांव जिला पंचायत सीट पर बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं डीडीहाट से विधायक बिशन सिंह चुफाल को जबरर्दस्त झटका लगा है। इस सीट से जिला पंचायत सदस्य की उम्मीदवार और जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार मानी जा रहीं दीपिका चुफाल चुनाव हार गई हैं। बीजेपी के दिग्गज नेता बिशन सिंह चुुुफाल की पुत्री दीपिका को कांग्रेस समर्थित बंशीधर भट्ट ने करीब 1299 वोटों से पराजित कर दिया। इस चैंकाने वाले नतीजे से पिथौरागढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावी समीकरण भी बदल गए हैं। रविवार को ही जिला पंचायत अध्यक्ष की सीटों पर आरक्षण को लेकर जारी अनन्तिम सूची में पिथौरागढ़ सीट को ओबीसी महिला घोषित किया गया है।
गौरतलब है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू होते ही सीटों के आरक्षण, टिकट हासिल करने वालों की स्थिति आदि को देखते हुए साफ तौर पर नजर आने लगा था कि किस उम्मीदवार की क्या रणनीति है तथा उसके चुनाव मैदान में उतरने के पीछे की क्या राजनीति है। कुछ समय पूर्व पिथौरागढ़ से बाहर नौकरी कर रहीं दीपिका चुफाल ने जब जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव के लिए ताल ठोंकी, तभी से लोगों में यह चर्चा गर्म थी कि विधायक चुफाल की नजर अपनी बेटी को जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी तक पहंुचाना है। तब से ही यह भी चर्चा थी और माना जाने लगा था कि पिथौरागढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट महिला आरक्षित या ओबीसी महिला आरक्षित हो सकती है! यह मानने के पीछे कोई अनौखी बात भी नहीं थी क्योंकि राजनीति के वर्तमान स्वरूप में अमूमन ऐसा होता आया है। बहरहाल पिथौरागढ़ सीट ओबीसी महिला आरक्षित घोषित हुई और यह होते ऐसी कानाफूसी भी होने लगी कि सत्ता में पकड़ के चलते ही ऐसी स्थिति बनाई जा रही है, ताकि अपने उम्मीदवार को मंजिल तक पहंुचाया जा सके। जानकारी के अनुसार विधायक चुफाल का मूल गांव ओबीसी क्षेत्र घोषित इलाके में पड़ता है, जिसके आधार पर सुश्री दीपिका को जिला पंचायत अध्यक्ष की दावेदारी में उतारा जा सकता था, लेकिन दुभाग्र्यवश दीपिका चुफाल चुनाव हार गईं और इसके साथ कई उम्मीदें भी धराशायी हो गईं। सोमवार को चिटगालगांव जिपं सीट का चुनाव नतीजा आते ही हर तीसरा व्यक्ति उक्त उम्मीदों के टूटने की बात कहता रहा।
अब नये हालात में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के समीकरण भी बदल गए हैं। और ये समीकरण एक अन्य भाजपा नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बोहरा के पक्ष में माने जा रहे हैं, क्योंकि उनकी पत्नी दीपिका बोहरा जिला पंचायत सदस्य की बास्ते सीट से चुनाव जीत गईं हैं और बताया जा रहा है कि वह ओबीसी दायरे में आती हैं। हालांकि नतीजे आने तक चुनाव जीत चुके कुछ अन्य प्रत्याशी भी इस दायरे में आते हैं। ऐसे में देखना होगा कि इन चुनाव नतीजों से आगामी जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव किस करवट बैठता है, मगर नतीजों ने दिग्गज बीजेपी नेता और लगातार चैथी बार डीडीहाट से विधायक चुने गए बिशन सिंह चुफाल की रणनीति पर तो पानी फेर ही दिया है।

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