हवालबाग के जूड़—कफून गांव में गुलदार के आतंक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल, दो ब​करियों को गुलदार ने बनाया निवाला

अल्मोड़ा। हवालबाग विकासखंड के जूड़—कफून गांव में इन दिनों गुलदार के आतंक से लोगों में दहशत का माहौल है। गुलदार दिन में रिहायसी इलाकों में…

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अल्मोड़ा। हवालबाग विकासखंड के जूड़—कफून गांव में इन दिनों गुलदार के आतंक से लोगों में दहशत का माहौल है। गुलदार दिन में रिहायसी इलाकों में घूमते दिखाई दे रहा है। दो ब​करियों को गुलदार अपना निवाला भी बना चुका है।
जिला मुख्यालय से 10 किमी की दूरी पर स्थित जूड़ व कफून गांव जंगल से सटे हुए है। इन दिनों गुलदार के आतंक से लोग डरे सहमे हुए है। एक नहीं ​बल्कि कई गुलदार यहां जंगल व रिहायसी इलाके में घूमते दिखाई दे रहे है। जूड़ (जोगियाढूंगा) निवासी मदन सिंह ने बताया कि बीते दिनों आधी रात को कफून निवासी जीवन सिंह के बकरी को गुलदार गोठ (पशुओं का रहने वाला कमरा) से उठा ले गया। इसके अलावा जूड़ (जोगियाढूंगा) निवासी आनंद राम घर के पास ही अपनी बकरियों को चराने ले गये थे। इसी दौरान दिन में करीब दो बजे गुलदार ने बकरी पर अटैक कर दिया। गुलदार दो बकरियों को अपना निवाला बना चुका है। गुलदार के आतंक से दोनों गांवों के लोगों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि जंगल में घास काटने को जा रही महिलाओं को आए दिन गुलदार दिखाई दे रहे है। बीते 10 सितंबर को पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती के अवसर पर उनके पैतृक आवास खूंट में हुए कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंप गांव में पिंजरा लगाने की मांग की थी। ग्रामीणों ने कहा कि गुलदार के भय से छात्र—छात्राएं स्कूल जाने में भी डर रहे है। इसके अलावा ग्रामीणों का रात को घर से बाहर निकलना दूूभर हो गया है। मामला अधिकारियों व जनप्रनिधियों के संज्ञान में लाने के बाद भी गांव में अभी तक पिंजरा नहीं लगने से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने जल्द ​पिंजरा नहीं लगाये जाने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।