बधाई हो— प्राथमिक विद्यालय का रूपांतरण को स्वीकारा श्रीअरबिंदो सोसायटी ने,प्रदेश के तीन विद्यालयों में अल्मोड़ा के प्रावि बजेला को मिला स्थान,शिक्षक भाष्कर जोशी को मिला ​टीचर इनोवेशन अवार्ड

अल्मोड़ा। जिले के दूरस्थ विद्यालय राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला का उत्कृष्ठ शिक्षण माहौल,रूपांतरण कार्यक्रम और शिक्षक भाष्कर जोशी की मेहनत को देश की प्रतिष्ठित अरबिंदो…

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अल्मोड़ा। जिले के दूरस्थ विद्यालय राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला का उत्कृष्ठ शिक्षण माहौल,रूपांतरण कार्यक्रम और शिक्षक भाष्कर जोशी की मेहनत को देश की प्रतिष्ठित अरबिंदो सोसायटी ने भी स्वीकार लिया है। सोसायटी ने इस विद्यालय को प्रदेश के 65 विद्यालयों में शिक्षक इनोवेशन(नवाचार) अवार्ड के लिए चुना है। अल्मोड़ा जिले का यह एकमात्र विद्यालय है। दो विद्यालय नैनीताल जिले के हैं। इसके ​तहत विद्यालय के शिक्षक भाष्कर जोशी को 17 अगस्त को दिल्ली में यह सम्मान मिलेगा।
धौलादेवी विकासखंड के सूदूरवर्ती इस विद्यालय में शिक्षक भाष्कर जोशी एकल शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। छह वर्ष पहले जब वह यहां आए तब विद्यालय में केवल 10 बच्चे थे अब बच्चों की संख्या बढ़ रही है जो 26 तक पहुंच गई है। नवाचारी शिक्षक के रूप में जाने जाने वाले भाष्कर ने तमाम शुरूआती दिक्कतों से पार पाते हुए अपना मिशन जारी रखा। इस विद्यालय के बच्चे खेल खेल में नवाचारी तकनीक से शिक्षा हासिल करते हैंं। प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को यदि फर्राटेदार अंग्रेजी या हिंदी में त्रुटिविहीन संवाद करते देखना हो जो आपको इस विद्यालय के बच्चों में यह ज्ञान दिख जाएगा। विभागीय स्तर पर भी इस विद्यालय की सराहना होती रहती है।

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ZIIEI 2015 में श्रीअरबिंदो सोसायटी द्वारा अपने राष्ट्रव्यापी शिक्षा परिवर्तन कार्यक्रम Rupantar (www.rupantar.in) के हिस्से के रूप में शुरू की गई एक बड़े पैमाने पर शिक्षक आउटरीच पहल है। ZIIEI का मानना है कि शिक्षक इस राष्ट्र के स्तंभ हैं, और उनके योगदान – अगर मान्यता प्राप्त और समर्थित हैं – शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच में महत्वपूर्ण सुधार ला सकते हैं। इसलिए, ZIIEI का उद्देश्य जमीनी स्तर पर शिक्षकों द्वारा बनाए गए बिखरे, अलग-थलग और गैर-मान्यता प्राप्त, लेकिन प्रभावी समाधानों को खोजना है और उन्हें लाखों स्कूलों तक व्यवस्थित रूप से पहुंचाना है। इस प्रक्रिया में, शिक्षक हैं: – भारतीय राजकीय विद्यालयों में नवाचारों की महत्वपूर्ण आवश्यकता के बारे में संवेदनशील: – नवाचार की क्षमता के बारे में शिक्षित होना चाहिए, जिसमें शून्य मौद्रिक निवेश की आवश्यकता होती है: – शिक्षण समुदाय के साथ इस तरह की सर्वोत्तम प्रथाओं को स्वतंत्र रूप से साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। – शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए उनके योगदान के लिए भव्य रूप से मान्यता प्राप्त है। एचडीएफसी बैंक के सहयोग से, हजारों शिक्षकों और प्राचार्यों को एक अवधारणा के रूप में नवाचार के लिए उन्मुख किया जा रहा है और शिक्षा बिरादरी के साथ अपने विचारों को साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। शून्य निवेश पर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सबसे उत्कृष्ट विचारों को इनोवेशन हैंडबुक (
नवाचार पुस्तिका) navcharpustika.com में प्रकाशित किया जाता है और फिर हर साल लाखों स्कूलों में दोहराया जाता है। जो स्कूल अपनी कक्षाओं में इन नवाचारों का उपयोग कर रहे हैं, वे बच्चों की उपस्थिति और नामांकन, शिक्षकों की प्रेरणा और सामुदायिक भागीदारी में वृद्धि देख रहे हैं।
15 करोड़ विद्यार्थी. 50 लाख शिक्षक और केवल 10 लाख सरकारी विद्यालय को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करने और नीतियों और योजनाओं से आगे, शिक्षको को मोटीवेट करने का प्रयास ZIIEI करती है
शिक्षक इस देश के स्तंभ हैं, और यदि उनके योगदान के प्रयास की सराहना कर उनको सम्मानित किया जाए तो उनका हौसला और बढ़ेगा और वे शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में महत्वपूर्ण सुधार ला सकते हैं। हर साल, ZIIEI शिक्षकों द्वारा सबसे प्रभावी शून्य-निवेश नवाचारों को पहचानकर उन्हें लाखों राजकीय विद्यालय तक पहुंचाता है।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला विकासखण्ड धौलादेवी अल्मोड़ा शिक्षक नवाचार अवार्ड के लिए चयनित हुआ है ,पूरे भारतवर्ष से हमारा विद्यालय 65 विद्यालयों में स्थान बना पाया यह एक बडी उपलब्धि है। विद्यालय की इस उपलब्धि पर स्थानीय लोग भी खुश हैं और उन्होंने विद्यालय परिवार को बधाई दी है।

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