चिंतनीय: जिले में फल—फूल रहा नशे का कारोबार, सात माह में साढ़े 41 लाख के नशीले पदार्थों की रिकवरी, एक लाख 31 हजार की अवैध चरस के साथ दो आरोपियों को किया​ गिरफ्तार

अल्मोड़ा। पहाड़ की शांत वादियों में लगातार नशे का जहर घुलते जा रहा है। प्रत्येक माह नशीले पदार्थों की तस्करी में चौकाने वाले आंकड़े सामने…

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अल्मोड़ा। पहाड़ की शांत वादियों में लगातार नशे का जहर घुलते जा रहा है। प्रत्येक माह नशीले पदार्थों की तस्करी में चौकाने वाले आंकड़े सामने आ रहे है। जिले में भी नशे के सौदागरों की जड़े दिन पर दिन मजबूत होते जा रही है। पिछले सात माह में जिले में ​पुलिस ने जिस संख्या में तस्करों को गिरफ्तार ​किया है तथा उनसे जिस मात्रा में नशीले पदार्थों की रिकवरी हुई है यह आंकड़े वास्तव में हैरत​अंगेज करने वाले है। यह​ स्थिति त​ब है जब पुलिस की ओर से तमाम अभियान व जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। ​नशे का फलता—फूलता कारोबार​ पुलिस के खुद चिंता का विषय है।
आपरेशन नया सवेरा के तहत सल्ट पुलिस व एसओजी की टीम ने दो युवाओं को 1 किलो 331 ग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया है। जिसकी कीमत 1 लाख 31 हजार आंकी जा रही है। पुलिस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी पीएन मीणा ने कहा कि आरोपी ​अरविंद कुमार पुत्र राम गोपाल सिंह उम्र 19 वर्ष तथा राम सिंह पुत्र नरपत सिंह उम्र 36 वर्ष निवासी मुरादाबाद उत्तरप्रदेश अवैध चरस सराईखेत से खरीदकर ले जा रहे थे। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी गई है। एसएसपी ने इस वर्ष एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई कार्यवाही की जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक कुल 24 मामलों में 43 आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की जा चुकी है। जिसमें 6.361 किलोग्राम चरस कीमत- 6,24,000 रूपये, 24.67 ग्राम स्मैक कीमत- 2,50,500 रूपये, 507.995 किलोग्राम गांजा कीमत- 22,60,452 रूपये तथा अफीम 02 किलोग्राम कीमत- 10,00000 रूपये की रिकवरी हुई है।
पिछले दो माह में एनडीपीएस एक्ट के तहत हुई कार्यवाहियों पर नजर दौड़ाये तो जून माह से आज तक यानि दो अगस्त तक पुलिस ने अवैध चरस, गांजा व स्मैक के कुल
6 मामलों में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनसे करीब साढ़े 4 लाख के नशीले पदार्थों की रिकवरी की गई है। जबकि एक जनवरी से 3 जून तक पुलिस ने कुल 18 मामलों में 33 आरोपियों को नशीले पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया था। जिनसे करीब 37 लाख की कीमत के नशीले पदार्थों की​ रिकवरी की गई थी। नशे का लगातार बढ़ता कारोबार तथा एनडीपीएस एक्ट के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि भी कही न कही पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है। जिले में नशे का कारोबार कितनी तेजी से फल—फूल रहा इसकी दशा खुद पुलिस के आंकड़े बयां कर रहे है। नशे के सौदागर लगातार युवा पीढ़ी को नशे के कारोबार में धकेलने का प्रयास कर रहे है। युवाओं के नशे की गिरफ्त में आने से परिवार के परिवार तबाह होते जा रहे है।