उत्तराखण्ड में वेब मीडिया एशोसियेशन की समन्वय समिति गठित

देहरादून। रविवार को देहरादून में आयोजित एक बैठक में वेब मीडिया एशोसियेशन की कोर्डिनेशन कमेटी गठित की गई। तय किया गया कि वेब मीडिया से…

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देहरादून। रविवार को देहरादून में आयोजित एक बैठक में वेब मीडिया एशोसियेशन की कोर्डिनेशन कमेटी गठित की गई। तय किया गया कि वेब मीडिया से जुड़ी सभी समस्याओं के हल के लिये एशोशिएशन प्रयास करेगी। समन्वय समिति में विकास गर्ग,शिव प्रसाद सेमवाल,राजेश शर्मा,सोमपाल,आलोक शर्मा,संजीव पंत,शिव प्रसाद सती,घनश्याम चंद्र जोशी, मनोज इष्टवाल, राकेश बिजल्वाण और रजनीश सैनी को शामिल किया गया है। वही जीत मणि पैन्यूली, नरेश मिनोचा और राजकुमार राणा को मार्गदर्शक मंडल में रखा गया है। 70 से ज्यादा पत्रकारों की मौजूदगी में एक आम सभा में तय किया गया कि कोआर्डिनेशन कमेटी सभी वेब मीडिया के पत्रकारों को अपनी यूनियन में सदस्य बनाएगी और एक माह बाद देहरादून में एक सम्मेलन आयोजित कर पूरे राज्य भर के वेब मीडिया पत्रकारों को सदस्य बनाकर वेब मीडिया एसोसिएशन का विधिवत गठन किया जाएगा।
बैठक में पत्रकारों के दमन पर आक्रोश जताया गया। आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड में त्रिवेंद्र सरकार पत्रकारों को भी बांट कर देखना चाह रही है। कहा कि सरकार पत्रकारों को अलग-अलग भागों में बांटना चाह रही है । सरकार उत्तराखंड के साप्ताहिक पाक्षिक बव पोर्टल और मासिक तथा छोटे पत्रकारों के साथ भेदभाव कर रही है ,और बजट बाहरी मीडिया घरानों को दे रही है। कहा कि हमेशा मुद्दे छोटे समाचार पत्र ही उठाते हैं। जिन पत्रकारों ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन से लेकर आज तक संघर्ष किया वह आज भी सड़क पर संघर्ष करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वेब पोर्टल, लघु मझोले समाचार पत्र इस सरकार की अनदेखी का शिकार बने हुए है।

बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वह सभी एकजुट होकर राज्य के हित में जन सरोकारों से पत्रकारिता करने के प्रति बेहद गंभीर हैं और इस जनहित के कार्य में उन्हें शासन- प्रशासन अथवा किसी भी सरकार का कोई दबाव अब सहनीय नहीं है।
सभी पत्रकारों ने एक सुर में कहा कि वह उत्तराखंड के प्रति जिम्मेदारियों को समझते हैं और उसका निर्वहन करना चाहते हैं।

बैठक में निर्णय लिया गया कि कोआर्डिनेशन कमेटी सभी वेब मीडिया के पत्रकारों को अपनी यूनियन में सदस्य बनाएगी और एक माह बाद देहरादून में एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। जिसमें पूरे राज्य भर के वेब मीडिया पत्रकारों को सदस्य बनाकर वेब मीडिया एसोसिएशन का विधिवत गठन किया जाएगा। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि एसोसिएशन ने विभिन्न पत्रकार संगठनों के सदस्य जुड़े हुए हैं। निर्णय लिया गया कि वेब मीडिया एसोसिएशन का कोई भी सदस्य किसी भी पुरानी परंपरागत यूनियन का सदस्य हो सकता है। बैठक में कहा गया कि राज्य की कोई भी दूसरी यूनियन को जब भी जरूरत पड़ेगी उनके आमंत्रण पर वेब मीडिया एसोसिएशन कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करेगी।

बैठक में सभी पत्रकारों ने इस बात पर खासा आक्रोश जताया कि सूचना विभाग में वेब मीडिया के पत्रकारों के लिए पहले नियमावली बनाई थी। लेकिन पिछले 2 ढाई सालों से एंपैनलमेंट के लिए एक भी बैठक नहीं आयोजित की गई है। बैठक में प्रिंट मीडिया के साथ किए जा रहे सौतेले व्यवहार की कड़ी निंदा की गई। पत्रकारों ने सवाल उठाया कि क्या कारण है कि अपनी ही बनाई गई नियमावलियों का मनमानी से उल्लंघन कर रहा है तथा पिछले 5 सालों से सूचना विभाग में अखबारों की सूचीबद्धता रुके होने पर भी सूचना विभाग को जगाने का निर्णय लिया गया।

सूचना निदेशालय में सोमवार को भी धरना देगें पत्रकार

बैठक में सभी सदस्यों ने अपने विचार रखें तथा यह निर्णय भी लिया गया कि सोमवार को सूचना निदेशालय पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सूचना विभाग द्वारा पत्रकारों के खिलाफ दमनकारी नीतियों के विरोध में धरना दिया जाएगा। गौरतलब है कि ​बीते गुरूवार से संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले पत्रकारों ने सूचना विभाग के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। गुरूवार को सूचना निदेशालय में धरना प्रदर्शन के बाद पत्रकारों ने शुक्रवार को निदेशालय मे तालाबंदी कर दी थी। शनिवार को सूचना विभाग की बुद्वि शुद्वि के लिये यज्ञ करने के बाद अब पत्रकार सोमवार को फिर से निदेशालय में धरना देंगे।