साहस: पिछले 18 सालों से लगातार कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर रहे राकेश जुनेजा

धौलछीना सहयोगीवैसे तो लोग कैलाश मानसरोवर की यात्रा सदियों से कर रहे है। लेकिन 21778 फीट की ऊंचाई पर स्थित कैलाश पर्वत तक पहुंचना इतना…

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धौलछीना सहयोगी
वैसे तो लोग कैलाश मानसरोवर की यात्रा सदियों से कर रहे है। लेकिन 21778 फीट की ऊंचाई पर स्थित कैलाश पर्वत तक पहुंचना इतना आसान भी नहीं है। यहां तक पहुंचने के लिए व्यक्ति को कई उबड़ खाबड़ मार्गो, तीखे पर्वतों व उफनाती नदियों के पास से गुजरना होता है। लेकिन दिल्ली निवासी राकेश जुनेजा पिछले 18 सालों से लगातार कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर रहे है।

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वर्षीय जुनेजा मंगलवार को कैलाश मानसरोवर के 11वें दल के साथ यहां अल्मोड़ा पहुंचे। जहां एक ओर अधिकांश युवा भी कैलाश मानसरोवर की यात्रा करने का साहस नहीं जुटा पाते वही, जुनेजा इसे शिव की कृपा बताते हुए इस बार भी मानसरोवर यात्रा कर रहे है। वह 2002 से लगातार कैलाश मानसरोवर की यात्रा कर रहे है। सुबह होली—डे—होम से यात्रियों का दल धौलछीना के लिए रवाना हुआ। जिसके बाद अपने अगले पड़ाव धारचूला के लिए रवाना हुआ। इस दल में 15 राज्यों के कुल 54 यात्री शामिल है। जिनमें 13 महिलाएं तथा 41 पुरुष शामिल है। इस दल में सबसे उम्रदराज गुजरात निवासी अंबालाल खेम चंद्र दास 69 तथा डॉ ज्योति गुप्ता उम्र 30 इलाहाबाद उत्तर प्रदेश सबसे कम उम्र की यात्री है। दल में उत्तर प्रदेश से 11, राजस्थान, दिल्ली व गुजरात के सात—सात, हरियाणा तथा कर्नाटक से तीन-तीन, महाराष्ट्र से पांच, मध्य प्रदेश से दो, पश्चिम बंगाल से दो, आंध्र प्रदेश छत्तीसगढ़ झारखंड केरल पंजाब तमिलनाडु तथा उत्तराखंड से एक—एक यात्री शामिल है।