राज्यपाल पहुचे काकड़ीघाट : किया पौधरोपण

अल्मोड़ा।  अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा केके पाँल आज रविवार को काकड़ीघाट में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र को टूरिज्म् सर्किट के रूप में विकसित किये…

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अल्मोड़ा।  अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड के राज्यपाल डा केके पाँल आज रविवार को काकड़ीघाट में आयोजित कार्यक्रम में क्षेत्र को टूरिज्म् सर्किट के रूप में विकसित किये जाने की जरूरत पर बल दिया। यहा उन्होने काकड़ीघाट प्रकल्प कार्यक्रम का शुभारंभ करते कर्कटेश्वर महादेव मन्दिर  काकड़ीघाट धाम को पावन स्थल बताते हुए कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने 130 साल पहले यहां ध्यान किया था। जिसको देखते हुए सरकार को इस स्थान को टूरिज्म सर्किट के रूप में विकसित करना चाहिए।

राज्यपाल डा केके पाँल ने  राजकीय इण्टर कालेज नौगॉव में पुस्तकालय की स्थापना हेतु एक लाख रू0 देने की घोषणा की।राज्यपाल ने कहा कि इस पुस्तकालय की स्थापना होने और वहॉ पर पठन सामग्री रखने से बच्चों को स्वामी विवेकानन्द सहित अनेक महापुरूषों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने शिक्षा के उन्नयन  हेतु मातृभाषा को बढ़ावा देने के साथ-साथ संस्कृत व अंग्रेजी भाषा का भी ज्ञान रखने की बात कही। उन्होने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी ने कहा था कि संस्कृत शिक्षा से जहॉ एक ओर हमें वेद पुराणों का ज्ञान होगा वहीं दूसरी ओर अंग्रेजी भाषा के ज्ञान से विदेशो में हो रहे तकनीकी विकास के बारे में जानकारी मिल सकेगी। महामहिम ने कहा कि पर्यटन सर्किट से जोड़ने से जहॉ एक ओर स्वामी विवेकानन्द से जुड़े अनुयायी यहॉ पर आकर उनके बारे में जान सकेंगे वही दूसरी ओर यह क्षेत्र पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ सकेगा।
कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने अपने भारत भ्रमण के दौरान लिखी पुस्तक में पहाड़ो के बारे में जो बात लिखी है उससे इस देवभूमि का मान और भी बढ़ जाता है। स्वामी विवेकानन्द ने शिकागो में आयोजित  धर्म संसद में दिये गये अपने भाषण में अपने भारत भ्रमण के दौरान जनपद में स्थित साधना स्थलों में प्राप्त ज्ञान का भी उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने अपने भाषण के दौरान भारतीय सभ्यता और संस्कृति की प्रशंसा की और विदेश के लोगो का ध्यान यहॉ की संस्कृति के प्रति आकृष्ट किया। स्वामी विवेकानन्द को यूथ आइकन के रूप में जाना जाता है इसलिए उनके इस स्मृति में युवा दिवस भी बनाया जाता है। उन्होंने रामकृष्ण कुटीर एवं विवेकानन्द सेवा समिति काकड़ीघाट द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में विवेकानन्द ज्ञान वृक्ष शिक्षावृत्ति और काकड़ीघाट प्रकल्प की श्रंखला में परिसर में एक ऑवला वृक्ष का रोपण किया। राज्यपाल ने स्थानीय 13 प्राथमिक विद्यालयों एवं 02 इण्टर कालेजो के छात्र-छात्राओं को स्कूल बैग एवं अन्य पाठय सामग्री भी वितरित की। उन्होंने कहा कि हम सभी को स्वामी विवेकानन्द के आदर्शो पर चलकर देश को एक सही दिशा में आगे बढ़ाना होगा।
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प्रदेश की ला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्या ने अपने सम्बोधन में श्री राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि कण्डारखुआ क्षेत्र के समग्र विकास के लिए प्रदेश सरकार कृत संकल्प है। उन्होंने शिक्षा गुणात्मक सुधार लाने के साथ-साथ क्षेत्र के विकास के लिए एकजुट होने की अपील लोगो से की। राज्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र को पर्यटन सर्किट से जोड़ने के साथ-साथ फल व सब्जी पटटी से भी जोड़ने की सरकार की प्राथमिकता है। इस अवसर पर स्वामी विवेकानन्द सेवा समिति के अध्यक्ष हरीश परिहार ने अथितियो  का स्वागत करते हुए क्षेत्र की अनेक समस्याओं के बारे में बताया और कहा कि यह समिति निरन्तर नये-नये कार्यों को आगे बढ़ायेगा। उ पर रामकृष्ण कुटीर के स्वामी सोमदेवानन्द ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के  राज्यपाल ने जो रूचि काकड़ीघाट के प्रति दिखायी वह हम सबके लिए प्रेरणादायी ही नहीं अनुकरणीय है। इस अवसर पर ग्राम प्रधान नौगॉव ने एक अभिनन्दन पत्र भी भेंट किया जिसमें उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं के समाधान की मांग  की।
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नगरपालिका के निवर्तमान अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, क्षेत्र के कवि देवकी नन्दन काण्डपाल, विवेकानन्द सेवा समिति से जुड़े स्वामी शान्ति कुमार घोष, श्रीमती ज्योति राणा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख धन सिंह रावत, सुन्दर सिंह मोहन सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी0 रेणुका देवी, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत हिमाशुं खुराना, उपजिलाधिकारी विवेक राय, तहसीलदार नितेश डॉगर, उप पुलिस अधीक्षक वीर सिंह, जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक एच0बी0 चन्द्र, उप खण्ड शिक्षाधिकारी गीतिका जोशी, स्थानीय विद्यालयों के प्रधानाचार्य सहित अन्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विशन सिंह कनवाल ने किया।