छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के घरों पर बुधवार सुबह केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने छापेमारी की। यह कार्रवाई महादेव सट्टा ऐप से जुड़े मामलों की जांच के तहत की गई, जिसमें नेताओं, वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के आवासों को खंगाला गया।
सीबीआई की टीम भिलाई के पदुम नगर स्थित भूपेश बघेल के निवास पहुंची, जबकि भिलाई के ही सेक्टर 9 में पुलिस अधिकारी डॉ. आनंद छाबड़ा, पूर्व एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव, और 32 बंगला स्थित पूर्व एएसपी संजय ध्रुव के घरों पर भी तलाशी ली गई। इसके अलावा, कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव और विनोद वर्मा के घरों पर भी छापा मारा गया। इसी तरह रायपुर में पुलिस अधिकारियों शेख आरिफ, अभिषेक महेश्वरी और प्रशांत अग्रवाल के घरों पर भी सीबीआई ने जांच की।
महादेव सट्टा ऐप केस में सीबीआई ने छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में कुल 60 स्थानों पर कार्रवाई की। सट्टा ऐप से जुड़े नेताओं, वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस अफसरों के ठिकानों पर छापे मारे गए। इस मामले की जांच पहले राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्ल्यू) रायपुर द्वारा की जा रही थी, जिसे बाद में छत्तीसगढ़ सरकार ने सीबीआई को सौंप दिया। छापेमारी के दौरान सीबीआई को कई डिजिटल साक्ष्य और महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, और जांच अभी जारी है।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी महादेव सट्टा ऐप मामले में भूपेश बघेल के खिलाफ कार्रवाई की थी। ईडी की चार्जशीट में आरोप लगाया गया था कि महादेव ऐप के प्रमोटरों ने चुनाव के दौरान भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये दिए थे। इन घटनाओं के बाद भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी, जिससे यह संकेत मिला कि वे इस कार्रवाई को राजनीतिक रूप से प्रेरित मानते हैं।