अक्सर हमें जब कैश की जरूरत होती है तो हम एटीएम मशीन का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि एटीएम के जरिए हम 24 घंटे और सातों दिन पैसा निकाल सकते हैं।
एटीएम से कैश निकालने पर एक लिमिट तक आपको शुल्क नहीं देना पड़ता है लेकिन लिमिट पूरी होने के बाद अकाउंट से एक निश्चित चार्ज काटा जाता है। बताया जा रहा है कि अभी चार्ज 1 में 2025 से बढ़ने वाला है।इस तरह से अब आपको एटीएम से कैश निकालना महंगा पड़ सकता है।
बताया जा रहा है कि शुल्क बढ़ाने का यह फैसला एटीएम ऑपरेशन कॉस्ट को देखकर किया गया है। बताया जा रहा है कि यह बदलाव देश की केंद्रीय बैंक आरबीआई और एनपीसीआई दोनों ने मिलकर किया है।
इस बदलाव के तहत 1 में 2025 से एटीएम मशीन से कैश निकालने पर चार्ज बढ़ सकता है।अभी हमें कैश निकालने पर ₹15 चार्ज देना होता था लेकिन 1 में से यह चार्ज बढ़कर 19 रुपए कर दिया जाएगा।
इसके अलावा गैर वित्तीय ट्रांजैक्शन जैसे मिनी स्टेटमेंट, बैलेंस चेक के लिए भी अभी 6 रुपये चार्ज लगता है, जिसे बढ़ाकर 7 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन कर दिया जाएगा।
देश की केंद्रीय बैंक आरबीआई के अनुसार अभी ग्राहक एकता लिमिट तक ही फ्री में पैसा निकाल सकते हैं। मेट्रो सिटी जैसे मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु में हर महीने व्यक्ति तीन ट्रांजेक्शन शुल्क फ्री कर सकता है।
सभी ग्राहक एक लिमिट तक एटीएम से कैश फ्री में निकाल सकते हैं। लेकिन लिमिट पूरी होने के बाद आपको इंटरचेंज फीस देनी होती है। इंटरचेंज फीस वहीं है, जो एक बैंक दूसरे बैंक को उसके ग्राहकों द्वारा एटीएम इस्तेमाल करने पर देता है।
लिमिट पूरी होने पर यहीं चार्ज बैंक अपने ग्राहकों से शुल्क के नाम पर लेता है। अभी ज्यादातर बैंक अपने ग्राहकों से लगभग 17 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन चार्ज ले रहे हैं।