राजस्थान के दौसा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक छात्र की बेरहमी से पिटाई के बाद मौत हो गई। यह घटना रामगढ़ पचवारा के रालावास गांव की लाइब्रेरी में हुई, जहां प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र हंसराज मीना को कुछ युवकों ने पीट-पीटकर मार डाला। बताया जा रहा है कि होली के रंग लगाने को लेकर हुए विवाद के बाद उन युवकों ने हंसराज पर हमला कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब हंसराज लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहा था, तब कुछ युवक वहां पहुंचे और जबरन उसे रंग लगाने लगे। हंसराज ने इसका विरोध किया, जिससे विवाद बढ़ गया।
इसके बाद आरोपियों ने उसे लाइब्रेरी के अंदर खींचकर लात-घूंसों और बेल्ट से बेरहमी से पीटा। मारपीट के दौरान उसका गला दबा दिया गया, जिससे वह बेहोश होकर गिर पड़ा। मौके पर मौजूद लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया और गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने लालसोट हॉस्पिटल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने शव को नेशनल हाईवे-148 पर रखकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और न्याय की मांग की।
पुलिस के अनुसार, हंसराज का झगड़ा लाइब्रेरी में पढ़ने वाले तीन अन्य छात्रों—अशोक, बबलू और कालूराम से हुआ था। जब हंसराज ने रंग लगाने से मना किया, तो वे उसे अंदर खींचकर पीटने लगे। इस दौरान किसी ने उसका गला दबा दिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। घटना के बाद आरोपी वहां से भाग गए।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश जारी है। वहीं, इस घटना ने इलाके में डर और गुस्से का माहौल बना दिया है, जहां लोग अब न्याय की मांग कर रहे हैं।