भारत ने न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया। इस शानदार जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल बना, लेकिन कुछ शहरों में यह उत्सव तनाव और हिंसा में बदल गया। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में जश्न के दौरान झड़पें हुईं, जिससे हालात बिगड़ गए और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
मध्य प्रदेश के महू में भारत की जीत का जश्न मना रही भीड़ पर अचानक पथराव शुरू हो गया। घटना जामा मस्जिद के पास हुई, जहां जुलूस निकाल रहे लोगों का दूसरे पक्ष से विवाद हो गया। देखते ही देखते यह झड़प हिंसक रूप ले बैठी और पथराव शुरू हो गया, जिससे कई लोग घायल हो गए। हालात बेकाबू होने पर उपद्रवियों ने कुछ वाहनों और दुकानों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई।
महाराष्ट्र के नागपुर में भी भारत की जीत के बाद जश्न मना रहे लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए। भीड़ इतनी ज्यादा हो गई कि स्थिति संभालने के लिए पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा।
इसी तरह, तेलंगाना के हैदराबाद और करीमनगर में भी जीत का जश्न मना रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ी। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि हैदराबाद पुलिस ने दिलसुखनगर में जश्न मना रही भीड़ पर लाठीचार्ज किया।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में भी भारत की जीत के बाद घंटाघर पर हजारों लोग जश्न मनाने के लिए इकट्ठा हुए। युवाओं के हाथों में तिरंगा था और वे पूरे जोश में थे। इसी दौरान भारी भीड़ के कारण यातायात ठप हो गया। पुलिसकर्मियों ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया, लेकिन तभी एक सब-इंस्पेक्टर ने एक युवक के हाथ से तिरंगा झंडा छीन लिया और उसे फटकार लगाई। इसके बाद उसने तिरंगे को उल्टा पकड़कर भीड़ को हटाने की कोशिश की, जिससे लोग भड़क गए। देखते ही देखते माहौल गरमा गया और युवाओं ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी। इस दौरान सब-इंस्पेक्टर की टोपी भीड़ में गिर गई और उसे खुद को बचाने के लिए चौकी में छिपना पड़ा। गुस्साए युवाओं ने चौकी को चारों तरफ से घेर लिया और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।
भारत की इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे देश में जहां खुशी का माहौल रहा, वहीं कुछ जगहों पर विवादों और हिंसा के कारण तनाव भी देखने को मिला। पुलिस प्रशासन ने हालात पर काबू पाने की कोशिश की और स्थानीय लोगों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की।