अल्मोड़ा: अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के दैनिक श्रमिकों को आज अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी का समर्थन मिला। विधायक तिवारी ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर श्रमिकों से मुलाकात की और उनकी मांगों को जायज़ ठहराते हुए कहा कि आम जनता के हितों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
✦ वर्षों से सेवा दे रहे श्रमिकों के सामने रोज़गार संकट
श्रमिकों का कहना है कि वे कई वर्षों से संस्थान में कार्यरत हैं, लेकिन अब उन्हें निकाले जाने का भय सता रहा है। इसके अलावा, संस्थान ने एक नया नियम लागू किया है, जिसके तहत हर साल उनकी सेवा एक दिन के लिए रोकी जाएगी ताकि वे लगातार सेवा में न गिने जाएं। श्रमिकों ने इस ‘सर्विस ब्रेक’ नियम का विरोध करते हुए इसे अनुचित बताया है।
✦ विधायक ने जताई चिंता, कहा- श्रमिकों का भविष्य दांव पर
विधायक तिवारी ने कहा कि कई श्रमिक पिछले 25-20 वर्षों से इस संस्थान में कार्यरत हैं। यदि उन्हें निकाला गया, तो वे अपने परिवारों का भरण-पोषण कैसे करेंगे, यह एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब वर्षों से इस तरह का कोई नियम लागू नहीं था, तो अब अचानक इसे क्यों लाया जा रहा है?
✦ श्रमिकों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे – विधायक
विधायक तिवारी ने स्पष्ट किया कि यदि संस्थान ने दैनिक श्रमिकों को हटाया, तो उनके परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच जाएंगे। उन्होंने संस्थान के अधिकारियों से अपील की कि नए श्रमिकों के लिए नियम बनाए जा सकते हैं, लेकिन जो वर्षों से कार्यरत हैं, उन्हें पुराने नियमों के तहत ही रखा जाना चाहिए।
✦ श्रमिकों के उत्पीड़न पर जताई नाराजगी
विधायक तिवारी ने कहा कि इन श्रमिकों की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि वे नौकरी जाने के बाद अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें। उन्होंने संस्थान से मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की अपील की और कहा कि वर्षों से सेवा दे रहे श्रमिकों का उत्पीड़न किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।