चंदौली: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में मंगलवार को एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। दिल्ली से ओडिशा जा रही नंदन कानन एक्सप्रेस अचानक दो हिस्सों में बंट गई, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। यह घटना दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के पास हुई, जब ट्रेन संख्या 12876 के स्लीपर कोच S4 की कपलिंग अचानक टूट गई। ट्रेन का अगला हिस्सा आगे बढ़ गया, जबकि पीछे के डिब्बे रुक गए। इस अप्रत्याशित घटना के कारण यात्री दहशत में आ गए और ट्रेन में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, रेलवे के कर्मचारियों ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित कर ट्रेन को ठीक करने का कार्य शुरू किया।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और सभी यात्री सुरक्षित हैं। कपलिंग टूटने का सही कारण जांच के बाद स्पष्ट होगा, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, तकनीकी खराबी इसकी वजह हो सकती है। इस घटना के कारण ट्रेन को कुछ समय तक रोककर मरम्मत की गई और फिर उसे गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।
फतेहपुर में मालगाड़ियों की टक्कर, इंजन क्षतिग्रस्त
इसके पहले, उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में भी एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। खागा कस्बे के पास दो मालगाड़ियों की भिड़ंत हो गई, जिससे रेल परिचालन बाधित हो गया। यह दुर्घटना पांभीपुर में DFCCIL ट्रैक पर हुई, जहां एक मालगाड़ी पहले से खड़ी थी। सिग्नल न मिलने के कारण दूसरी मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में इंजन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और दोनों ट्रेन चालकों को गंभीर चोटें आईं।
हादसे के तुरंत बाद रेलवे और स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। ट्रेन चालकों को अस्पताल भेजा गया और ट्रैक को खाली करने के लिए इंजनों को हटाने का काम किया गया। राहत की बात यह रही कि मालगाड़ियों की टक्कर होने के कारण यात्री प्रभावित नहीं हुए और कोई जनहानि नहीं हुई। रेलवे ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
बिहार में भी बड़ा रेल हादसा टला, मिथिला एक्सप्रेस को ड्राइवर ने बचाया
इसी तरह, दो दिन पहले बिहार में भी एक बड़ा रेल हादसा टल गया। हावड़ा से रक्सौल जा रही मिथिला एक्सप्रेस को उसके चालक की सूझबूझ के कारण दुर्घटना से बचा लिया गया। यह घटना तब हुई जब रक्सौल नहर के पास रेलवे फाटक बंद होने के बावजूद एक बाइक सवार पटरियों को पार करने की कोशिश कर रहा था। दुर्भाग्य से, बाइक पटरी के बीचों-बीच फंस गई और बाइक सवार लाख कोशिशों के बावजूद उसे हटा नहीं पाया।
उसी समय मिथिला एक्सप्रेस तेजी से आ रही थी और ट्रेन चालक ने बार-बार हॉर्न बजाया। जब बाइक सवार को लगा कि वह बाइक नहीं निकाल पाएगा, तो वह वहां से भाग गया। ट्रेन की टक्कर से बाइक घसीटती हुई कुछ दूर तक चली गई, लेकिन चालक ने सूझबूझ दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया, जिससे ट्रेन पटरी से उतरने से बच गई। इसके बाद चालक और रेलवे कर्मचारियों ने बाइक को हटाकर ट्रैक को साफ किया और ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया।
इन तीनों घटनाओं में यह स्पष्ट हुआ कि रेलवे कर्मचारियों की सतर्कता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के कारण बड़ी दुर्घटनाओं को टाला जा सका। हालांकि, लगातार हो रही ऐसी घटनाएं रेलवे के रखरखाव और ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रही हैं। रेलवे प्रशासन ने सभी मामलों की जांच शुरू कर दी है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।