उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 को 27 दिन हो चुके हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की भीड़ थमने का नाम नहीं ले रही है। 26 फरवरी तक चलने वाले इस धार्मिक आयोजन में देशभर से लोग उमड़ रहे हैं, जिससे ट्रेनों और सड़कों पर जबरदस्त भीड़ देखी जा रही है।
बिहार से कुंभ जाने वाली ट्रेनों में हंगामा, अफरातफरी का माहौल
बिहार से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ के कारण हालात बेकाबू हो गए हैं। पटना जंक्शन, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और गोपालगंज जैसे रेलवे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने में कठिनाई हो रही है, जिससे उनका गुस्सा फूट रहा है।
सोमवार को स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में भीड़ के कारण तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। यात्रियों ने एसी बोगी के शीशे तोड़ दिए और ट्रेन में जबरन घुसने की कोशिश की। बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन ने मंगलवार को जयनगर से कुंभ स्पेशल ट्रेन चलाई, लेकिन पहले से जानकारी न होने के कारण इसमें अपेक्षाकृत कम भीड़ रही। हालांकि, शाम को स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस फिर यात्रियों से खचाखच भर गई।
दरभंगा से प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों का बदला रूट
महाकुंभ के दौरान ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए रेलवे ने कई ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित कर दिया है। मंगलवार को दरभंगा जंक्शन से प्रयागराज होकर जाने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों को कानपुर के रास्ते भेजा गया। इनमें पवन एक्सप्रेस और स्वतंत्रता सेनानी सुपरफास्ट ट्रेन शामिल हैं। इसके चलते प्रयागराज जाने वाले यात्रियों में नाराजगी देखी गई।
ट्रेनों में तीन गुना ज्यादा भीड़, खड़े होकर यात्रा करने को मजबूर यात्री
माघी पूर्णिमा पर कुंभ स्नान के लिए श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ उमड़ रही है। स्थिति यह है कि यात्री 15-15 घंटे तक खड़े रहकर या पायदान पर लटककर यात्रा करने के लिए मजबूर हैं।
रेलवे स्टेशनों पर भी सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। कुंभ मेला रिंग स्पेशल ट्रेन पकड़ने के लिए गोपालगंज, सिधवलिया, दिघवा दुबौली, रतनसराय, हथुआ और थावे जंक्शन पर श्रद्धालु भारी संख्या में जमा हो रहे हैं।
प्रशासन और रेलवे से विशेष प्रबंध की मांग
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अविरल आस्था के चलते रेलवे और प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे को अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था करनी पड़ सकती है, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सुगम यात्रा कर सकें।
अगर आप भी महाकुंभ 2025 में स्नान करने की योजना बना रहे हैं, तो भीड़भाड़ वाले समय से बचें और अपनी यात्रा को सुनियोजित तरीके से प्लान करें।