“परीक्षा पे चर्चा 2025: प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों को सफलता और संतुलित जीवन के मंत्र दिए”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ के दौरान छात्रों को परीक्षा की तैयारी, तनाव प्रबंधन और व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।…

"Pariksha Pe Charcha 2025: Prime Minister Modi gave mantras of success and balanced life to students"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ के दौरान छात्रों को परीक्षा की तैयारी, तनाव प्रबंधन और व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस वर्ष के कार्यक्रम में दीपिका पादुकोण, सद्गुरु, मैरी कॉम, अवनि लेखरा, रुजुता दिवेकर, सोनाली सभरवाल, विक्रांत मैसी, भूमि पेडनेकर, गौरव चौधरी (टेक्निकल गुरुजी), और राधिका गुप्ता जैसी विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख हस्तियों ने भी छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए और उन्हें प्रेरित किया।

कार्यक्रम की मुख्य बातें:

स्वस्थ जीवनशैली: प्रधानमंत्री ने छात्रों को संतुलित आहार लेने, नियमित नींद का महत्व समझाया और शारीरिक गतिविधियों को दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी।

समय प्रबंधन: उन्होंने समय के सदुपयोग पर जोर देते हुए, कार्यों की प्राथमिकता तय करने और एक समय-सारिणी बनाने की सलाह दी।

आत्म-अनुशासन: प्रधानमंत्री ने आत्म-अनुशासन के महत्व पर बल देते हुए, नियमित अध्ययन और लक्ष्य निर्धारण की आवश्यकता पर चर्चा की।

मानसिक स्वास्थ्य: दीपिका पादुकोण ने मानसिक स्वास्थ्य और आत्म-अभिव्यक्ति के महत्व पर चर्चा की, जबकि सद्गुरु ने ध्यान और मानसिक स्पष्टता बनाए रखने के लिए व्यावहारिक तकनीकों को साझा किया।

पोषण: रुजुता दिवेकर और सोनाली सभरवाल ने स्वस्थ खान-पान की आदतों और शैक्षणिक सफलता में अच्छी नींद की भूमिका पर प्रकाश डाला।

प्रौद्योगिकी एवं वित्त: गौरव चौधरी (टेक्निकल गुरुजी) और राधिका गुप्ता ने बेहतर शिक्षा और वित्तीय साक्षरता के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग पर चर्चा की।

रचनात्मकता और सकारात्मकता: विक्रांत मैसी और भूमि पेडनेकर ने छात्रों को नकारात्मक विचारों को छोड़ने और सकारात्मक मानसिकता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।

प्रधानमंत्री ने छात्रों को यह भी बताया कि जीवन में परीक्षा एक हिस्सा है, न कि पूरा जीवन। उन्होंने छात्रों को अपनी विफलताओं से सीखने और उन्हें अपने शिक्षक के रूप में देखने की सलाह दी। इसके साथ ही, उन्होंने माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों की तुलना दूसरों से न करें और उनकी विशेषताओं को पहचानकर उन्हें प्रोत्साहित करें।

‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ संवाद स्थापित करना है, ताकि परीक्षा के तनाव को कम किया जा सके और छात्रों को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा सके।