उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों का समापन एक भव्य और ऐतिहासिक आयोजन के रूप में किया जाएगा। खेलों के दौरान खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से कई रिकॉर्ड स्थापित किए, और अब इस समापन समारोह में उनके इस संघर्ष और सफलता का जश्न मनाया जाएगा। इस मौके पर न केवल विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा, बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए उत्तराखंड की समृद्ध विरासत को भी प्रस्तुत किया जाएगा।
समापन समारोह में गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। उनके साथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा, और खेल मंत्री रेखा आर्या भी मौजूद रहेंगी। इस आयोजन को भव्य और यादगार बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने विशेष तैयारियां की हैं।
हल्द्वानी के गौलापार स्थित इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर में होने वाले इस समापन समारोह में खेलों की झलकियों को विशेष स्क्रीन प्रेजेंटेशन के जरिए दिखाया जाएगा। इस दौरान दर्शकों को उन खास पलों से रूबरू कराया जाएगा, जिन्होंने इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाया।
समारोह में बॉलीवुड सिंगर सुखविंदर सिंह, प्रसिद्ध कुमाऊनी कलाकार श्वेता महारा, और दिगारी ग्रुप अपनी प्रस्तुतियों से समां बांधेंगे। इसके अलावा, उत्तराखंड की पारंपरिक लोकसंस्कृति को दर्शाने के लिए लोक नृत्य और संगीत कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे।
इस बार योगासन को पहली बार राष्ट्रीय खेलों का हिस्सा बनाया गया है, जो इसे भविष्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस उपलब्धि को खास बनाने के लिए समापन समारोह में योगासन और मलखंब की विशेष प्रस्तुतियां रखी जाएंगी, जिससे भारतीय खेल परंपराओं को और मजबूती मिलेगी।
समारोह में 15,000 से अधिक दर्शकों के शामिल होने की संभावना है। इसके लिए खेल परिसर में विशेष बैठने और सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कार्यक्रम की शुरुआत कुमाऊनी लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों से होगी, जबकि मुख्य आयोजन के बाद सुखविंदर सिंह अपनी गायकी से समारोह को यादगार बनाएंगे।
राष्ट्रीय खेलों की परंपरा के अनुसार, समापन समारोह में खेलों का आधिकारिक ध्वज (फ्लैग) अगले मेजबान राज्य को सौंपा जाएगा। उत्तराखंड ने यह ध्वज गोवा से प्राप्त किया था, और अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अगला राष्ट्रीय खेल किस राज्य में आयोजित किया जाएगा।
समारोह के दौरान गौलापार स्टेडियम के आसपास ट्रैफिक नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को सख्त किया गया है, ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो। प्रशासन ने पार्किंग और आवागमन को सुचारू बनाने के लिए विशेष निर्देश जारी किए हैं।
खेल मंत्री रेखा आर्या का बयान
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा,
“आमतौर पर राष्ट्रीय खेलों के समापन को एक औपचारिकता के रूप में देखा जाता है, लेकिन उत्तराखंड ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाया है। खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है और इसीलिए हम समापन समारोह को भी उतना ही भव्य और यादगार बनाने जा रहे हैं।”
38वें राष्ट्रीय खेलों का यह समापन समारोह सिर्फ खेलों का अंत नहीं, बल्कि एक नए अध्याय की शुरुआत भी होगा। विजेता खिलाड़ियों का सम्मान, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, और खेल भावना का जश्न इस आयोजन को अविस्मरणीय बना देगा।