विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा में शुरुआती 15 दिनों तक तीर्थ यात्रियों को रजिस्ट्रेशन काउंटर पर 24 घंटे पंजीकरण करवाने की सुविधा मिलेगी। तीन शिफ्ट में रजिस्ट्रेशन एजेंसी के कर्मचारी यात्रियों का मैनुअल पंजीकरण करेंगे।
यात्रियों का दबाव सामान्य होने पर इसे निर्धारित समय अवधि के बाद सुबह 8 से रात 11:00 तक किया जा सकता है। गढ़वाल कमिश्नर विजय शंकर पांडे का कहना है कि चार धाम में इस साल रजिस्ट्रेशन काउंटर की संख्या बढ़ा दी गई है। इसमें हरिद्वार, ऋषिकेश में 20-20 काउंटर बनाए गए हैं। विकास नगर में भी यात्रियों के लिए 15 काउंटर बनाए गए हैं।
बड़कोट, हिना, श्रीनगर और गुप्तकाशी में भी पंजीकरण की सुविधा देने का फैसला लिया गया है। कमिश्नर का कहना है कि पिछली यात्रा में मैन्युअल रजिस्ट्रेशन को लेकर काफी कमियां थी जिसके चलते इस बार यात्रा में रजिस्ट्रेशन काउंटर 24 घंटे चलाने का निर्णय लिया गया है। यह व्यवस्था यात्रियों की शुरुआती 15 दिन के लिए होगी। इसके बाद यात्रियों के आने-जाने की समीक्षा करने के बाद इसमें बदलाव करके सुबह 8:00 से रात 11:00 बजे के लिए को काउंटर खोलने का फैसला किया जाएगा।
यह सब यात्रियों के काउंटरों में दबाव पर निर्भर होगा। मालूम हो कि, इस यात्रा में यात्रियों के मैनुअल रजिस्ट्रेशन का कोटा 40 फीसदी निर्धारित किया गया है।
कमिश्नर विजय शंकर पांडे ने गढ़वाल के साथ जिलों के डीएम को कहा है कि किसी भी यात्री की गंभीर स्थिति होने पर फौरन आपदा प्रबंधन विभाग के हेलीकॉप्टर से उसे एयरलिफ्ट कर हायर सेंटर पहुंचाया जाएगा।
चारधाम यात्रा के लिए फिर से एशिया का सबसे बड़ा बस बेड़ा तैयार करने की कवायद तेज होती दिख रही है। राज्य की नौ निजी परिवहन कंपनियों हर साल संयुक्त रोटेशन का गठन करती हैं, जिसमें कई दफा बसों की संख्या करीब दो हजार तक पहुंची है।
इस दफा की यात्रा में भी तीर्थयात्रियों को आवागमन की तत्काल सुविधा को निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रोटेशन के गठन को चर्चा शुरू कर दी है। जल्द रोटेशन वजूद में आ सकता है। संयुक्त यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड में निजी परिवहन कंपनियों ने बसों की मरम्मत और उनकी रंग-रोगन करना भी शुरू कर दिया है।