आंखों का फड़कना: एक स्वास्थ्य समस्या है या शकुन-अपशकुन? जानिए यहां

आंखों का फड़कना एक आम समस्या है जिसे लोग अक्सर शकुन और अपशकुन से जोड़कर देख लेते हैं। हालांकि, यह एक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या…

Eye Twitching: A Health Problem or a Bad Omen?

आंखों का फड़कना एक आम समस्या है जिसे लोग अक्सर शकुन और अपशकुन से जोड़कर देख लेते हैं। हालांकि, यह एक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या है, जो कई कारणों से हो सकती है। डॉक्टरों के अनुसार, आंखों का फड़कना कोई गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होता, लेकिन कभी-कभी यह कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकता है।

आंखों का फड़कना क्यों होता है?

  1. तनाव और चिंता:
    मानसिक तनाव और चिंता के कारण आंखों का फड़कना हो सकता है। जब शरीर अत्यधिक तनाव में होता है, तो मांसपेशियों की अनियमित सिकुड़न के कारण पलक फड़कने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  2. नींद की कमी:
    पर्याप्त आराम और नींद न मिलने पर आंखों की मांसपेशियां ठीक से काम नहीं कर पातीं, जिससे पलक झपकने का एहसास होता है।
  3. कैफीन का अत्यधिक सेवन:
    ज्यादा कैफीन नर्वस सिस्टम को उत्तेजित कर सकता है, जो आंखों में फड़कन का कारण बन सकता है।
  4. आंखों की ड्राइनेस:
    जब आंखों में नमी की कमी होती है, तो आंखों की मांसपेशियों में संकुचन होने लगता है, जिससे पलक झपकने की समस्या हो सकती है। यह समस्या विशेष रूप से उन लोगों में होती है, जो कंप्यूटर या मोबाइल स्क्रीन का लंबे समय तक उपयोग करते हैं।
  5. पोषक तत्वों की कमी:
    शरीर में मैग्नीशियम, पोटेशियम और विटामिन बी12 की कमी से तंत्रिका तंत्र प्रभावित हो सकता है, जो आंखों के फड़कने का कारण बन सकता है।

आंखों का फड़कना कब गंभीर हो सकता है?

आमतौर पर, आंखों का फड़कना एक अस्थायी समस्या होती है, जो कुछ समय बाद खुद-ब-खुद ठीक हो जाती है। हालांकि, अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे या इसके साथ दर्द, सूजन या अन्य असामान्य लक्षण महसूस हों, तो यह न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर या नर्वस सिस्टम से जुड़ी कोई गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।

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