डॉ. रीतिका ऐमा ने UPSC CSE में सफलता प्राप्त करने के लिए जो महत्वपूर्ण टिप्स अपनाई, वे उम्मीदवारों के लिए मार्गदर्शन का स्रोत बन सकती हैं। आइए जानें उनकी सफलता की कुंजी:
- आंसर लेखन की सही संरचना
रीतिका का मानना है कि UPSC परीक्षा में सिर्फ ज्ञान का परीक्षण नहीं होता, बल्कि उसे सही तरीके से प्रस्तुत करने की भी अहमियत है। उनका सुझाव है कि आंसर में शॉर्ट और स्पष्ट परिचय, मुख्य जानकारी, और प्रभावशाली निष्कर्ष हो, जिससे आंसर सुसंगत और प्रभावी लगे।
- साधारण और स्पष्ट भाषा का प्रयोग करें
रीतिका ने कहा कि आंसर में जटिल शब्दों से बचना चाहिए। सरल और स्पष्ट भाषा का उपयोग करना ज्यादा प्रभावी होता है, क्योंकि इससे परीक्षक को आंसर जल्दी और सही तरीके से समझ में आता है।
- प्रैक्टिस और मॉक टेस्ट का महत्व
आंसर लेखन में सफलता के लिए नियमित प्रैक्टिस जरूरी है। रीतिका ने हर दिन एक आंसर लिखने की आदत डाली और मॉक टेस्ट दिए, जिससे उनकी स्पीड और सटीकता में सुधार हुआ।
- बैलेंस्ड दृष्टिकोण अपनाएं
रीतिका का कहना है कि आंसर में केवल व्यक्तिगत राय न देकर, अलग-अलग पहलुओं को शामिल करना चाहिए। इससे आंसर अधिक तर्कसंगत और प्रभावी बनता है।
- निरंतर प्रयास और मानसिक मजबूती
रीतिका की सफलता का एक महत्वपूर्ण पहलू यह था कि उन्होंने मानसिक रूप से मजबूत रहने और तैयारी की प्रक्रिया का आनंद लेने पर जोर दिया। उनका मानना है कि UPSC की तैयारी चुनौतीपूर्ण हो सकती है, लेकिन धैर्य और आत्मविश्वास से सफलता जरूर मिलती है।