लापता पर्वतारोहियों के शवों को लाया गया पिथौरागढ

नंदा देवी पूवी क्षेत्र की ओर से आरोहण को निकले 7 पर्वतारोहियों के शव को आज मुनस्यारी से पिथौरागढ़ लाया गया। सेना के चीता हैलीकाप्टर…

pithoragarh was brought to the bodies of missing climbers

नंदा देवी पूवी क्षेत्र की ओर से आरोहण को निकले 7 पर्वतारोहियों के शव को आज मुनस्यारी से पिथौरागढ़ लाया गया। सेना के चीता हैलीकाप्टर से दो खेप में शव लाये। पहली बार में 4 तथा दूसरी बार 3 शवों को पिथौरागढ़ लाया गया।

https://uttranews.com/2018/08/28/mahilao-ke-liye-shouxhalay-ki-mang/


बताते चले कि ​25 मई को हिम स्खलन होने से 12 पर्वतारोहियों का दल फंस गया था। इस टीम के चार सदस्य किसी तरह से बेस कैंप तक वापस आ गये थे। जिसके बाद उन्हे रेसक्यू कर पिथौरागढ़ लाया गया था। जबकि एक भारतीय सहित 7 विदेशी पर्वतारोही हिम स्खलन का शिकार होने से लापता हो गये थे।

https://uttranews.com/2019/06/06/three-attempts-to-reach-dead-bodies-failed-dead-bodies-of-climbers-found/


बताते चले कि ​25 मई को हिम स्खलन होने से 12 पर्वतारोहियों का दल फंस गया था। इस टीम के चार सदस्य किसी तरह से बेस कैंप तक वापस आ गये थे। जिसके बाद उन्हे रेसक्यू कर पिथौरागढ़ लाया गया था। जबकि एक भारतीय सहित 7 विदेशी पर्वतारोही हिम स्खलन का शिकार होने से लापता हो गये थे।

https://uttranews.com/2018/08/05/almora-charas-pakdi/

पिथौरागढ़ जिला प्रशासन के अनिर्णय की स्थिति में रहने और बाद में एक सप्ताह से भी अधिक समय बाद रेस्क्यू अभियान चलाने से लापता पर्वतारोहियों के बचने की उम्मीदें काफी कम थी। इस अभियान में बच निकले पर्वतारोहियों ने भी प्रशासन पर इस मामले में हीला हवाली बरतने का आरोप लगाया था बाद में काफी देर से निर्णय लेकर जिला प्रशासन रेसक्यू अभियान चला पाया। बार बार मौसम खराब होने से भी रेस्क्यू अभियान में काफी दिक्कते पेश आई। शवों का पंचनाम करने के बाद हल्द्वानी भेजा जा रहा है। जहां पोस्टमार्टम के बाद शवों को लेपन आदि तरीकों से सुरक्षित रखा जायेगा अल्मोड़ा के लक्ष्मेश्वर निवासी चेतन पाण्डे के शव की पहचान हो गई है। पाण्डे इस दल में लाइजन अफसर के रूप में गये थे। 6 विदेशी पर्वतारोहियों की पहचान के लिये संबधित देशों के दूतावासों को सूचित किया जा रहा है

https://uttranews.com/2019/04/19/key-verdict-court-dismisses-cbcids-final-report-instructions-for-submitting-re-report-in-one-month-major-decision-of-court-in-nanisar-case/

बता दे कि 7434 मीटर ऊंची नंदा देवी चोटी को पूर्वी हिस्से से फतह करने के लिए विगत 10 मई को पर्वतारोहियों का यह दल मुनस्यारी से रवाना हुआ था। इस दल में ब्रिटेन निवासी और टीम लीटर मार्टेन मोरन, ब्रिटेन के ही जॉन मैकलारेन, रूपर्ट व्हीवैल, रिचर्ड पायने, आस्ट्रेलिया की रूथ मैककेन्स, अमेरिका निवासी एंथनी सुडेकुम, रोनाल्ड बाइमल और भारतीय लाइजन अफसर चेतन पांडेय शामिल थे।