ऑनलाइन फूड ऑर्डर करना पड़ रहा महंगा, दिवाली बीतने के बाद भी नहीं घटाई प्लेटफार्म फीस

जमैटो और स्विगी, देश की दो प्रमुख फूड डिलीवरी कंपनियां, हाल ही में चर्चा का विषय बनी हुई है। दिवाली से पूर्व, दोनों कंपनियों ने…

Online food ordering is getting expensive, platform fees not reduced even after Diwali

जमैटो और स्विगी, देश की दो प्रमुख फूड डिलीवरी कंपनियां, हाल ही में चर्चा का विषय बनी हुई है। दिवाली से पूर्व, दोनों कंपनियों ने अपने प्लेटफॉर्म फीस को ₹6 से बढ़ाकर ₹10 प्रति ऑर्डर कर दिया है।

यह वृद्धि “फेस्टिव सीजन प्लेटफॉर्म फीस” के तहत की गई थी। हालांकि त्योहार समाप्त होने के बाद भी यह शुल्क लागू है, जिससे ग्राहकों के खर्चों में बढ़ोतरी हुई है।

प्लेटफॉर्म फीस एक प्रकार का सुविधा शुल्क है जो जोमैटो और स्विगी हर ऑर्डर पर अपने ग्राहकों से लेते हैं। यह फीस फूड डिलीवरी सेवा में निवेश और प्लेटफॉर्म के संचालन में लगने वाले खर्चों को कवर करने के लिए लागू की जाती है।

जोमैटो और स्विगी: औसत ऑर्डर मूल्य का 2.3% प्लेटफॉर्म फीस के रूप में वसूला जा रहा है।
बुक माई शो: मूवी टिकट पर 10% और अन्य शो पर 7% तक का सुविधा शुल्क लेता है।


मेक माय ट्रिप: घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स पर ₹360 से ₹1,000 तक की सुविधा शुल्क लेता है, जो 6% से 9% तक होता है।

विश्लेषकों का मानना है कि जोमैटो और स्विगी की प्लेटफॉर्म फीस में आगे और बढ़ोतरी हो सकती है। अगस्त 2023 में, यह शुल्क ₹2 प्रति ऑर्डर से शुरू हुआ था, जो केवल 0.5% औसत ऑर्डर मूल्य था। अब यह ₹10 प्रति ऑर्डर यानी 2.3% हो चुका है।

प्लेटफॉर्म फीस में वृद्धि के चलते ग्राहकों के लिए हर ऑर्डर महंगा हो गया है। नियमित रूप से ऑनलाइन फूड ऑर्डर करने वालों के लिए यह अतिरिक्त शुल्क उनकी मासिक खर्चों को बढ़ा सकता है।

जोमैटो और स्विगी ने इस वृद्धि को बरकरार रखा है, और इसको हटाने की कोई आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं की है। ग्राहकों को इस शुल्क को स्वीकार करना पड़ सकता है, क्योंकि यह कंपनियों की आय और संचालन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
क्या ग्राहकों को यह शुल्क उचित लगता है, या यह उनके बजट पर भारी पड़ रहा है? यह सवाल अब हर फूड डिलीवरी उपयोगकर्ता के मन में है।