अब महंगाई से मिलेगी राहत, प्याज के बाद साबुत चना और मसूर दाल भी सस्ते में बेचेगी सरकार

पिछले कई महीनो से जनता महंगाई की वजह से परेशान है। खाद्य सामग्री से रसोई का बजट बिगड़ रहा है। वही आलू, टमाटर, प्याज और…

Now there will be relief from inflation, after onion, the government will also sell whole gram and lentils at a cheaper price

पिछले कई महीनो से जनता महंगाई की वजह से परेशान है। खाद्य सामग्री से रसोई का बजट बिगड़ रहा है। वही आलू, टमाटर, प्याज और दाल सभी के भाव काफी बढ़ गए हैं। अब सरकार ने इस त्यौहार के सीजन में महंगाई से राहत देने का मन बनाया है।

भारत ब्रांड के तहत साबुत चना और मसूर दाल अब सस्ते दामों में बेची जाएगी। केंद्र सरकार ने बुधवार को सब्सिडी वाली दालो के अपने कार्यक्रम के विस्तार के बारे में बताया। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी का कहना है कि केन्द्रीय भंडार के जरिये साबुत चना 58 रुपये प्रति किलोग्राम और मसूर दाल 89 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाएगा।

दालों का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद

सरकार ने सहकारी समितियां को तीन लाख टन चना और 68000 टन मूंग आवंटित किया है। एनसीएफ की प्रबंध निदेशक अनीस जोसेफ चंद्रा ने कहा कि वितरण दिल्ली, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से शुरू होगा। 10 दिन के भीतर इसके देशव्यापी विस्तार की योजना है। प्रथम चरण के अंतर्गत वर्तमान दरें गेहूं के आटे के लिए 30 रुपये प्रति किलोग्राम (27.50 रुपये से ऊपर), चावल के लिए 34 रुपये प्रति किलोग्राम (29 रुपये से अधिक), चना दाल के लिए 70 रुपये प्रति किलोग्राम (60 रुपये से ऊपर) हैं।

वहीं मूंग दाल तथा मूंग साबुत की कीमत क्रमश: 107 रुपये प्रति किलोग्राम और 93 रुपये प्रति किलोग्राम है। सरकार प्याज के लिए 35 रुपये प्रति किलोग्राम और टमाटर के लिए 65 रुपये प्रति किलोग्राम की दर बनाए रखने की भी कोशिश कर रही है।

सस्ती प्याज भी बेच रही सरकार

सरकार ने इस त्यौहार के सीजन में प्याज की कीमतों को भी नियंत्रित करने के बारे में सोचा है।महाराष्ट्र से दिल्ली तक रेलवे के जरिए 1600 तन स्टॉक लगाया जा रहा है। यह प्याज 27- 28 रुपए से लेकर 35 से ₹36 किलो तक बेची गई है। कुछ इलाको में इसका खुदरा मूल्य ₹70 पहुंच गया था।

बारिश की वजह से आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में प्याज की फसल को भारी नुकसान पहुंचा। इसके चलते कुछ दिनों से बाजार में प्याज के दाम लगातार बढ़ रहे थे। हालांकि, सरकार के दखल के बाद अब प्याज के भाव स्थिर होने की उम्मीद जताई जा रही है।