अब भी नहीं मिलने वाली बारिश से राहत, आईएमडी ने ओडिशा समेत 11 राज्यों के लिए अलर्ट किया जारी

वापसी से पहले दक्षिण पश्चिम मानसून पहाड़ से लेकर मैदान तक आसमान से आफत बनकर बरस रही है। वहीं, मैदानी राज्यों में नदियां उफान पर…

Still no relief from rain, IMD issued alert for 11 states including Odisha

वापसी से पहले दक्षिण पश्चिम मानसून पहाड़ से लेकर मैदान तक आसमान से आफत बनकर बरस रही है। वहीं, मैदानी राज्यों में नदियां उफान पर हैं, सड़कों पर जलभराव हुआ है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार अगले सप्ताह भी पश्चिम और मध्य भारत के कई हिस्सों में बारिश से राहत मिलने वाली नहीं है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा कि आने वाले सप्ताह में भी पश्चिम, मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अगले सप्ताह हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

बारिश की संभावना
आईएमडी की विज्ञप्ति के अनुसार, अगले सप्ताह कोंकण और गोवा में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। वहीं, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और गुजरात राज्य के कई इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने बताया कि 15 सितंबर को झारखंड, छत्तीसगढ़ और 16 सितंबर को पूर्वी मध्य प्रदेश, 17 और 18 सितंबर को पश्चिमी मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। 15 और 16 सितंबर के दौरान बिहार, झारखंड, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में अत्यधिक वर्षा की संभावना है। इसके साथ ही 18 से 20 सितंबर के दौरान असम और मेघालय में भी यही हाल रहेगा।

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को कहा कि गंगीय पश्चिम बंगाल और इससे सटे बांग्लादेश पर एक गहरा दबाव बना हुआ है। इस दबाव के कारण रविवार को 11 राज्यों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है।

इनमें, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा असम और मेघालय शामिल हैं। इन राज्यों में से आज के लिए ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।

दक्षिण पश्चिम मानसून के आखिरी चरण में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड को भारी संकटों का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह भूस्खलन से हिमाचल में 41 सड़कों पर यातायात ठप हो गया। वहीं, बदरीनाथ हाईवे भूस्खलन के चलते बाधित रहा। इससे बदरीनाथ धाम और हेमकुंड साहिब आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा।