अब उत्तर प्रदेश के इन 48 जिलों में भारी बारिश को लेकर जारी किया गया अलर्ट, 5 दिन होगी जमकर बारिश

बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के कारण अब उत्तर भारत में भारी बारिश होने के संकेत मिल रहे हैं। इसकी वजह से बिहार…

Now an alert has been issued regarding heavy rain in these 48 districts of Uttar Pradesh, there will be heavy rain for 5 days

बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव के कारण अब उत्तर भारत में भारी बारिश होने के संकेत मिल रहे हैं। इसकी वजह से बिहार , झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान समेत कई अन्य राज्यों में भारी से बहुत भारी मात्रा में बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के लिए भी अलर्ट जारी किया है, यहां के आने वाले चार से पांच दिनों में भारी से भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग ने बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, बस्ती, गोंडा और समेत करीब 48 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. इसी के साथ-साथ मौसम विभाग ने बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, समेत 5 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है मौसम विभाग ने बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, फतेहपुर, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली,वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया,बस्ती, गोंडा, हरदोई, फर्रुखाबाद, प्रतापगढ़, कन्नौज, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, गौतम बुद्ध नगर, कानपुर देहात, प्रयागराज, बुलंदशहर, अलीगढ़, मधुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं आसपास इलाकों के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया है।

बिजली गिरने का भी अलर्ट जारी

येलो अलर्ट जारी किए गए जिलों में आने वाले दिनों में और भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इन जिलों के निचले इलाकों में जल भराव होगा। साथ ही बिजली आपूर्ति जैसी और सुविधाओं का भी सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने इन जिलों में आकाशीय बिजली गिरने की संभावना भी जताई है।

मौसम विभाग ने येलो अलर्ट वाले जिलों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित और पक्के मकानों में रहने की सलाह दी है। साथ ही इन इलाकों में रहने वाले लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से दूर रहने के लिए कहा है।