पिथौरागढ़ में हर्षोल्लास के साथ मनाया रक्षाबंधन का पर्व

पिथौरागढ़। जनपद में भाई – बहन के प्रेम का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन सोमवार को जनपद भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाइयों…

Rakshabandhan festival celebrated with enthusiasm in Pithoragarh

पिथौरागढ़। जनपद में भाई – बहन के प्रेम का पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन सोमवार को जनपद भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा तागा बांधा तथा एक दूसरे को प्रेम और आशीर्वाद दिया।


रक्षाबंधन पर शहर, गांव और कस्बों में अपने भाइयों के घर या मायके जाने वाली महिलाओं की सुबह से ही चहल पहल देखने को मिली। इस अवसर पर रोडवेज की बसों में महिलाओं के लिए आवाजाही की मुफ्त व्यवस्था थी, जिसके चलते रोडवेज बसों में महिलाओं की काफी भीड़ देखने को मिली। हालांकि चंपावत में बसों में ओवरलोडिंग को लेकर टैक्सी संचालकों ने विरोध जताया और पुलिस प्रशासन के नियम कायदे पर सवाल उठाए। कहा कि टैक्सियों में उचित संख्या में सवारियां ले जाने पर भी उन्हें परेशान किया जा रहा है, बसों में इस अराजकता को कोई नहीं देख रहा है।


पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय क्षेत्र में ‘जाग उठा पहाड़’ की तरफ से महिलाओं के आने जाने के लिए निशुल्क कुछ टैक्सियों की व्यवस्था की गई। राखी के दिन इन व्यवस्थाओं का महिलाओं को भरपूर लाभ मिला। रक्षाबंधन के पर्व के चलते हालांकि दोपहर बाद तक अनेक दुकानें बंद रहीं, लेकिन गिफ्ट सेंटर, राखी के स्टाल – दुकानों और फल सब्जी की दुकानों में काफी चहल-पहल रही।


वहीं ब्रह्माकुमारीज राजयोग केन्द्र चिमस्या नौल, पिथौरागढ़ में सोमवार को रक्षाबन्धन का पर्व धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन से हुआ जिसके बाद ब्रह्माकुमारी रिया ने नृत्य प्रस्तुत किया। इस मौके पर केन्द्र की संचालिका बीके डॉ उमा पाठक ने कहा कि ‘रक्षा बन्धन’ पवित्रता के सूत्र में बंधने का त्यौहार है। उन्होंने अलौकिक रक्षाबन्धन मनाए जाने महत्व भी समझाया। बीके डॉ भागीरथी गर्ब्याल ने अपने विचार रखे। बीके यामिनी ने राखी पर स्वरचित गीत गाया व बीके दिया ने रक्षाबन्धन से जुड़ी पौराणिक कथाओं का वाचन किया।


कार्यक्रम में बीके गोबिन्दी खड़ायन, बीके नन्दा ऐरी, गीता बिष्ट, जानकी पन्त, कमला मखौलिया, जीवन्ती खाती, कौशल्या गोबाड़ी, बसन्ती, इन्दु खोलिया, कमला खोलिया, विजया जोशी, पुष्पा नेगी, गीता जोशी, गीता पांडे, शीला जोशी, डा रेनू गड़कोटी, अन्जू बिष्ट, गीता भार्गव, माया राणा, सीता वल्दिया व बीके रेवती जोशी आदि उपस्थित थीं।