विनेश फोगाट के समर्थन में भूपेंद्र सिंह हुड्डा का बयान: ” विनेश को राज्यसभा भेजता अगर पास में होते नंबर”

विनेश फोगाट के संन्यास पर कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि सरकार को उन्हें गोल्ड मेडल देना…

Bhupendra Singh Hooda's statement in support of Vinesh Phogat: "I would have sent Vinesh to Rajya Sabha if I had the numbers"

विनेश फोगाट के संन्यास पर कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि सरकार को उन्हें गोल्ड मेडल देना चाहिए। हुड्डा का कहना है कि सरकार को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि विनेश गोल्ड की हकदार हैं। उन्होंने कहा, “अगर मेरे पास नंबर होते तो मैं विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजता।”


बता दें कि विनेश फोगाट को ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले वजन अधिक पाए जाने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास का ऐलान करते हुए कहा, “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना, आपका सपना और मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब।

अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।”
ट्रायल के दौरान हुई सर्जरी ।इससे पहले, विनेश ने ओलंपिक फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ खेल पंचाट (कैस) में अपील की और मांग की कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए। हरियाणा की इस धाकड़ का पेरिस तक का सफर आसान नहीं रहा और इसमें बहुत कुछ दांव पर था। पेरिस ओलंपिक में उन्हें अपने पसंदीदा 53 किग्रा की बजाय 50 किग्रा में उतरना पड़ा। ओलंपिक क्वालीफायर से पहले कई ट्रायल मुकाबले हुए और इस बीच उन्हें घुटने की सर्जरी भी करानी पड़ी।


भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर प्रदर्शन की अगुवाई करने पर उनकी काफी आलोचना हुई और मामला पुलिस और अदालत तक भी पहुंचा। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने घोषणा की है कि भले ही विनेश फोगाट फाइनल नहीं खेल पाईं, लेकिन उन्हें ईनाम से लेकर वे सभी सुविधाएं दी जाएंगी, जो एक सिल्वर मेडलिस्ट को दी जाती हैं।