अल्मोड़ा में उद्यान विभाग लगाएगा फलों के 59,814 पौधे, 15 अगस्त तक टारगेट पूरा करने के निर्देश

Horticulture Department will plant 59,814 fruit plants in Almora, instructions to complete the target by August 15 औद्यानिक योजनाओ को किसानो तक पहुचाने के लिये…

Horticulture Department will plant 59,814 fruit plants in Almora, instructions to complete the target by August 15

औद्यानिक योजनाओ को किसानो तक पहुचाने के लिये पारदर्शी एवं समर्पित भाव से कार्य करें अधिकारी

अल्मोड़ा, 01 अगस्त 2024- अल्मोड़ा में संचालित औद्यानिक कार्यों की समीक्षा बैठक मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. नरेन्द्र कुमार की अध्ययक्षता में आयोजित की गयी ।


बैठक में जनपद के उद्यान सचल दल केन्द्रों, राजकीय प्रजनन उद्यानो एवं राजकीय फल संरक्षण केन्द्रों के प्रभारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में उपस्थित क्षेत्रीय कार्मिको की मौजूदगी योजनाओं की समीक्षा की गयी।


सीएचओ डॉ. कुमार ने बताया कि वर्तमान में वर्षाकालीन फल पौध रोपण का कार्य गतिमान है, जिसमें जनपद में निःशुल्क योजनान्तर्गत 47550, बागवानी मिशन योजनान्तर्गत 3744 एवं मुख्यमंत्री एकीकृत बागवानी विकास योजना अन्तर्गत 8520 पौधो का रोपण किया जाना है। जिसे 15 अगस्त 2024 तक पूर्ण करने हेतु निर्देश दिये गये।


इसके साथ ही ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई की समीक्षा के दौरान प्रभारियो द्वारा अवगत कराया गया कि कृषको द्वारा कृषक अंश नही दिये जाने के कारण कार्यकम कियान्वयन में कठिनाई आ रही है। जिस हेतु उन्हे निर्देशित किया गया कि इच्छुक कृषकों का चयन किया जाये एवं योजनाओं के लाभ से कृषकों को अवगत कराया जाये, जिससे अधिक से अधिक कृषक सूक्ष्म सिंचाई का लाभ ले सकें।


प्रभारियो को निर्देशित किया गया कि बागवानी मिशन योजना अन्तर्गत वर्तमान में 10 हेक्टर क्षेत्रफल में आम एवं 9 हेक्टर क्षेत्रफल में लीची उद्यान स्थापना की जानी है। तकनीकी ढंग से कलस्टर में वृक्षारोपण कराते हुए अधिक से अधिक फल पौधो की जीवित्ता बनाये रखने हेतु प्रयास किया जाये।


इसके साथ ही विकासखण्ड ताकुला में बन्द पड़े फलसंरक्षण केन्द्र को संचालित करने के निर्देश दिये गये। जनपद में लघु उद्योगो को बढावा देने हेतु PMFME योजना को और अधिक गति देने तथा लाभार्थियो को इससे जोड़ने हेतु समन्वय करने का निर्देश दिया गया। समस्त प्रभारियो को योजनाओं को पारदर्शी, निष्पक्षता एवं समयबद्धता से पूर्ण कराने हेतु निर्देश दिये गये। जिससे योजनओ का समुचित लाभ कृषको को मिल सकें। इसके साथ ही विकास विभागो के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करें।