भारी बारिश के चलते यमुना नदी ने लिया रौद्र रूप, अतिवृष्टि से हुआ नुकसान, पुल बहने से फंस गए कावड़िए

उत्तराखंड में यह मानसूनी बारिश आफत बनकर बरस रही है। रुद्रप्रयाग जिले में बीते रात्रि बनतोली संगम पर मूसलाधार बरिश होने से द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर…

Due to heavy rains, Yamuna river took a terrible form, excessive rain caused damage, Kawadias got stuck due to bridge being washed away

उत्तराखंड में यह मानसूनी बारिश आफत बनकर बरस रही है। रुद्रप्रयाग जिले में बीते रात्रि बनतोली संगम पर मूसलाधार बरिश होने से द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर धाम को जोड़ने वाला पुल बह गया है। जिसके बाद उस क्षेत्र से आवाजाही ठप हो गई है।

वही मध्यमहेश्वर धाम में कई यात्रियों और कांवड़ियों के फंसने की सूचना है।

यमुना नदी के उदगम में अतिवृष्टि के कारण यमुनोत्री धाम में मंदिर परिसर को भारी नुक़सान हुआ है। मंदिर समिति के कार्यालय, रसोई आदि को भी नुकसान उक्त जानकारी देते हुए पुरोहित महासभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल ने बताया कि जनहानि नहीं लेकिन परिसंपित्तयों को नुक्सान पहुंचा है। बताया कि यमुना नदी के मुहाने पर एकत्रित मलबा बोल्डर पत्थरों की वजह से मंदिर परिसर को अधिक नुकसान हुआ है

जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर राममंदिर के निकट रजिस्ट्रेशन केंद्र भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा यमुनोत्री हाईवे ओजरी डाबरकोट बंद होने से बड़कोट से सरकारी अमला अभी यमुनोत्री धाम नहीं पहुंच पाया। एसडीएम मुकेश चन्द्र रमोला ने कहा कि जनहानि तो नहीं हुई है लेकिन इससे नुकसान बहुत हुआ है। ओजरी डाबरकोट मार्ग खुलने के साथ ही नुकसान का जायजा लिया जाएगा।

तहसीलदार को राजस्व टीम के साथ भेज दिया गया है। जानकीचट्टी यमुनोत्री के बीच रातभर अफरातफरी मची रही।

प्रदेश के पर्वतीय जिलों के साथ मैदानी इलाकों में भी आज कई दौर की तेज बारिश होने की संभावना है। जबकि देहरादून और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।