क्या आप जानते हैं दुनिया के इन अजीबोगरीब टैक्स के बारे में, कहीं कद्दू खरीदने पर तो कहीं टॉयलेट फ्लश करने पर लगता है कर

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को केंद्रीय बजट 2024-25 पेश कर चुकी है। इस बजट से सभी को काफी उम्मीदें थी। भारत में इनकम टैक्स…

Do you know about these strange taxes in the world, somewhere you are taxed for buying pumpkin and somewhere you are taxed for flushing toilet

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार को केंद्रीय बजट 2024-25 पेश कर चुकी है। इस बजट से सभी को काफी उम्मीदें थी। भारत में इनकम टैक्स के अलावा जीएसटी सबसे अहम टैक्स माना जाता है जो लोगों के द्वारा खरीदे गए सामान पर लगता है।

लोग अपनी आय के मुताबिक सरकार को टैक्स देते हैं जो अनिवार्य होता है क्योंकि इससे ही देश का विकास होता है लेकिन दुनिया में कई ऐसे टैक्स भी हैं जिन्हें सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। कई स्थानों पर टॉयलेट फ्लश को लेकर टैक्स देना पड़ता है, तो कहीं टैटू बनवाने पर भी टैक्स लगता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही टैक्स के बारे में बताते हैं, जिनके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे।

कद्दू पर टैक्स

शायद आपको यकीन नहीं होगा लेकिन एक ऐसी जगह भी है जहां कद्दू पर टैक्स लगता है। यह अमेरिका के न्यू जर्सी में होता है यहां लोगों को कद्दू खरीदने पर टैक्स देना पड़ता है।

टैटू पर टैक्स

अमेरिकी राज्य अरकंसास मे लोगों को टैटू बनवाने पर 6% तक का सेल्स टैक्स देना पड़ता है जो की बहुत ही अजीब बात है क्योंकि आज के समय में टैटू बनवाना हर किसी का शौक है।

टॉयलेट के फ्लश पर टैक्स

सबसे हैरानी वाली है कि अमेरिका के मैरीलैंड में टॉयलेट के फ्लश पर भी टैक्स लगता है। आपको बता दे की यहां की सरकार टॉयलेट फ्लश के इस्तेमाल पर भी लोगों से करीब प्रति महीने 355 रुपए का टैक्स वसूल करती है। हालांकि इन पैसों का इस्तेमाल नाली की साफ सफाई पर किया जाता है।

आइस ब्लॉक पर टैक्स

अमेरिका के एरिजोना में बर्फ का टुकड़ा (आइस ब्लॉक) खरीदने पर भी लोगों से टैक्स लिया जाता है। लेकिन, अगर लोग आइस क्यूब खरीदते हैं, तो उसके लिए कोई टैक्स नहीं है।

ताश के पत्ते पर टैक्स

अमेरिका के अलबामा में लोग अगर ताश के पत्ते खरीदते हैं या फिर उसे बेचते हैं तो उन्हें टैक्स देना पड़ता है। खरीदने वालों को 10% तक का टैक्स देना होता है जबकि बेचने वालों को ₹71 की फीस के साथ 213 रुपए सालाना लाइसेंस का टैक्स देना होता है। हालांकि, यह टैक्स सिर्फ ताश के 54 पत्ते या उससे कम खरीदने वालों पर लागू होता है।