सरोकारों की उम्मीद में शातिर ठग के चुंगल में फंसे शिक्षक, एसएसपी नैनीताल को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की

अल्मोड़ा। गरीब बच्चों को फार्मल प्रशिक्षण के बाद सेना में नौकरी दिए जाने की एक शातिर ठग व कथित कर्नल की लफ्फाजी व दावों में एक…

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अल्मोड़ा। गरीब बच्चों को फार्मल प्रशिक्षण के बाद सेना में नौकरी दिए जाने की एक शातिर ठग व कथित कर्नल की लफ्फाजी व दावों में एक शिक्षक फंस गए, जब तक उन्हें उलकी असलीयत समझ में आई तब तक देर हो गई थी, उन्होंने ठग को बेनकाब तो किया लेकिन वह उन्हें चकमा देकर भाग गया| शिक्षक ने अब नैनीताल के एसएसपी को ज्ञापन देकर उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है|
एक शिक्षक के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जाने जाने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक कल्याण सिंह मनकोटी एक फर्जी कर्नल द्वारा ठगी का शिकार हो गये हैं |
एसएसपी को दिए ज्ञापन में उन्होंने स्वयं के साथ हुई ठगी के बारे में बताया है|
बकौल मनकोटी बीते 6 मई को गांव में एक विवाह समारोह में उक्त ठग उनसे मिला और अपने दस्तावेज और अन्य वीडिया आदि के आधार पर स्वयं को शौर्य चक्र विजेता साबित कर युवाओं को सीएसडी कैंटीन में रोजगार दिलाने का भरोसा दिलाया। उन्होनें कहा कि कथित सूर्य प्रताप नामक उक्त व्यक्ति ने स्वयं को उत्तरी कमान का भर्ती अधिकारी बताया। उसने गरीब बच्चों की मदद करने की भी बात कही। उसका आई कार्ड देखकर उन्होंने कथित फर्जी कर्नल पर विश्वास कर लिया। यही नहीं उक्त ठग ने मनकोटी से कहा कि बालकों के साथ बालिकाओं को भी सेना में सीएसडी कैंटीन के माध्यम से भर्ती कराया जा रहा है जहां सिक्योरिटी धनराशि जमा करने के बाद नौकरी दी जाती है|
चूंकि मनकोटी निर्धन बच्चों की मदद करते रहे हैं। इसी सरोकार से उन्होंने पूछा कि क्या कोई गरीब बच़्चा इस बीच सीएसडी में भर्ती हो सकता है तो उस ठग ने कुछ समय बाद बताया कि कुमांऊ में करीब आठ पद रिक्त हैं जहां भर्ती हो सकती है, उसने प्रति कैंडिडेट 25 हजार की सिक्योरिटी राशि की मांग की| बहकावे में आकर वह ठग के साथ नैनीताल भी गए। वहां उसने उन्हें अनेक ऐसे लोगों से मिलाया जो विश्वास दिला रहे थे कि उक्त कर्नल ठीक है और कई गरीब बच्चों को नौकरी में लगा चुका है। इस दौरान उसने मनकोटी को एक दिन बेहोशी वाली दवा मिलाकर लड्डू भी दिए और इस दौरान अन्य लोगों को ठगता रहा। वह बार—बार उनसे तीन लोगों की सिक्यूरिटी मनी जमा करने की मांग करता रहा। इस दौरान संहेद होने पर जब मनकोटी ने अपने भाई को फोन किया तो उसने उसे आगाह किया और उससे केंटीन का सामान मंगाने को कहा ,मनकोटी ने तब ठग से सामान मंगाया वह सामान तो लाया लेकिन ज्ञात हुआ कि वह केंटीन का सामान नहीं है। इसी दौरान होटल के मनैजर से उन्होंने उक्त व्यक्ति के खिलाफ शिकायत करने को कहा। जिसने बताया कि वह भी 3 लाख की ठगी का शिकार हुआ है। कठित ठग ने पैसे लौटाने पर बैंक चलने को कहा और फरार हो गया। इसके पश्चात उन्होंने स्वयं तल्लीताल थाने में 17 मई को उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से उक्त ठग के खिलाफ कार्रवाही करने की मांगे की। यहां यह बताते चलें कि उक्त फर्जी कर्नल की गिरफ्तारी कानपुर में हो चुकी है और उसे अब नैनीताल लाने की तैयारी चल रही है।