सुमित्रानंदन पंत जयंती 2024:: पैतृक गांव स्यूनराकोट में याद किए गए प्रकृति के सुकुमार कवि,धूमधाम से मनाई 124वीं जयन्ती

Sumitranandan Pant Jayanti 2024:: Nature’s gentle poet remembered in his native village Seunrakot, 124th birth anniversary celebrated with pomp स्यूनराकोट/अल्मोड़ा,20 मई 2024- प्रकृति के सुकुमार…

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Sumitranandan Pant Jayanti 2024:: Nature’s gentle poet remembered in his native village Seunrakot, 124th birth anniversary celebrated with pomp

स्यूनराकोट/अल्मोड़ा,20 मई 2024- प्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रानंदन पंत की 124वीं जयंती 20 मई 2024 को  उनके पैतृक गांव स्यूनराकोट में धूमधाम से मनाई गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागतगीत व सरस्वती वंदना से राजकीय इंटर कालेज कमलेश्वर की छात्राओं द्वारा —-“दैण है जाए मां सरस्वती ,मां सरस्वती दैण है जाए ” गाकर किया ।
उपस्थित अतिथियों द्वारा सुमित्रानंदन पंत जी के चित्र का अनावरण व पुष्प अर्पित किए
कार्यक्रम की अध्यक्षता सुमित्रानंदन पंत स्मारक समिति के अध्यक्ष लाल सिंह स्यूनरी ने किया।जबकि इतिहासकार प्रो. अनिल जोशी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला पंचायत यदस्य महेश नयाल व प्रसिद्ध साहित्यकार प्रो. दिवा भट्ट मौजूद रहे।
                                  
इस मौके पर साहित्यकार व रंगकर्मी त्रिभुवनगिरी महाराज को पहले सुमित्रानंदन पंत स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया उन्हें शाल, स्मृति चिन्ह व 5100 रुपए प्रदान किए गए । नीलम नेगी ने त्रिभुवन गिरी महाराज के जीवन व उनकी उपलब्धियों का वाचन किया।
अति विशिष्ट  अतिथि के रूप में साहित्यकार प्रो. सैय्यद अली हामिद, लोकगायक दीवान कनवाल    प्रो.प्रमिला पाण्डे उपस्थित थे।
                                                   
पंडित सुमित्रानंदन पंत जी के जीवन चरित्र व साहित्य अवदान पर आधार व्याख्यान  डॉ. तेजपाल सिंह व्याख्याता हिन्दी विभाग एस. एस.जे.कुमाऊं विश्वविद्यालय अल्मोड़ा ने दिया।
कविवर सुमित्रानंदन पंत जी से जुड़े संस्मरण ललित प्रसाद पंत उपाध्यक्ष सुमित्रानंदन पंत स्मारक समिति ने सुनाए। संचालन समिति के कोषाध्यक्ष नीरज पंत ने किया।
इस अवसर पर एक काव्य गोष्ठी का आयोजन भी किया गया जिसमें कई नामचीन कवियों ने अपनी स्वरचित कविताओं का पाठ किया।
सचिव आनंद सिंह डंगवाल ने सभी का आभार जताया।
 काव्य गोष्ठी में प्रतिभागी कवि — गीता पांडे, गीता पवार, भावना जोशी डॉ.धाराबल्लभ पांडे, उदय किरौला, महेंद्र ठकुराठी, बिपिन चंद्र जोशी, प्रो. दिवा भट्ट, डॉ हयात रावत, कंचन तिवारी, मीनू जोशी कमला बिष्ट , त्रिभुवन गिरी महाराज , लोक गायक दीवान कनवाल, नीलम नेगी, नीरज पंत व नवीन बिष्ट उपस्थित थे।
संचालक नीरज पंत ने बताया कि समिति को सहयोग देने में सुमित्रानंदन पंत के पोते सुधांशु पंत( USA) , पोती डॉ नमिता सिंह, ललित प्रसाद पंत (स्युनराकोट) बिरादर सुमित्रानंदन पंत के जिन्होंने एक नाली भूमि दान की, विपिन चंद्र पंत ( बिरादर सुमित्रानंदन पंत जी ),श्री अजय टम्टा जी माननीय सांसद(एक लाख रुपया),श्रीमती बबिता भाकुनी  माननीय ब्लॉक प्रमुख विकास खंड हवालबाग अल्मोड़ा जिन्होंने टिन सेट बनवाया , श्री महेश नयाल जिला पंचायत सदस्य का योगदान सराहनीय रहा है  ।
कार्यक्रम में राज्य आंदोलनकारी नीरज पंत , सुरेश पंत , प्रकाश चंद्र पंत, पंकज पंत, किरन पंत ,चित्रा पंत, सुषमा पंत, श्री राम शर्मा , वरिष्ठ पत्रकार व उपपा अध्यक्ष पीसी तिवारी, पत्रकार जगदीश जोशी, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रघु तिवारी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।

इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख बबीता भाकुनी ने दो लाख रुपये व जिला पंचायत सदस्य महेश नयाल ने डेढ़ लाख रुपये सुमित्रानंदन पंत स्मारक समिति को देने की घोषणा की।
सभी अतिथि कार्यक्रम की समाप्ति पर कविवर सुमित्रानंदन पंत जी के पैतृक घर को देखने गए । सभी ने मुक्त कंठ से समिति के कार्यों की प्रसंशा‌ की।