पर्यटकों की भीड़ से मसूरी पैक, हरिद्वार-ऋषिकेश में जाम से जूझते रहे लोग

उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर सप्ताहांत में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे पहाड़ी इलाकों में रौनक तो लौटी, लेकिन साथ ही कई जगहों…

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उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर सप्ताहांत में पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे पहाड़ी इलाकों में रौनक तो लौटी, लेकिन साथ ही कई जगहों पर जाम और अव्यवस्था का आलम भी देखने को मिला। मसूरी जैसे हिल स्टेशन पर्यटकों से ठसाठस भर गए, तो वहीं हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे शहरों में भीषण जाम के कारण लोगों को घंटों तक फंसे रहना पड़ा।

बता दें, मसूरी में कोल्हूखेत से लेकर गांधी चौक, लंढौर बाजार और मलिंगार जैसे इलाकों में कई बार ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। गांधी चौक से किंग्रेग के बीच भी बार-बार जाम लगता रहा, जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी खासी परेशानी हुई। हालांकि, होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे खिले हुए हैं, क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में पर्यटकों की संख्या में और इजाफा होगा।

वहीँ ऋषिकेश में भी सप्ताहांत पर हाईवे और बाईपास पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। शनिवार और रविवार को तो पूरा दिन ही जाम की स्थिति बनी रही, जिससे पर्यटकों और स्थानीय लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी।

चुनाव ड्यूटी के कारण पुलिसकर्मियों की कमी के चलते यातायात व्यवस्था को संभालने में भी दिक्कतें आईं। गंगोत्री हाईवे पर बर्मानंद मोड़ पर तो वाहनों की इतनी लंबी कतार लगी कि पहाड़ों की ओर जाने वाले पर्यटक घंटों तक जाम में फंसे रहे। इसके साथ ही हरिद्वार में भी जाम का आलम देखने को मिला। बहादराबाद टोल प्लाजा पर लंबा जाम लग गया, वहीं हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

जहां पर्यटकों की बढ़ती संख्या से एक ओर पर्यटन व्यवसाय को पंख लग रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इससे यातायात व्यवस्था और पर्यावरण पर भी दबाव बढ़ रहा है। स्थानीय प्रशासन को पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए भी ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि पर्यटन का विकास सतत और संतुलित तरीके से हो सके।