ट्रेन में बिना टिकट चढ़े यात्री फिर टीटी से बचने के लिए छिपे टॉयलेट में लेकिन वहां हो गया उनका ‘मोय मोय’

ट्रेन में बिना टिकट सफर करने के दौरान लोग टीटी से बचने के लिए कई तरह के जुगाड़ लगाते हैं। कई बार टीटी के आने…

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ट्रेन में बिना टिकट सफर करने के दौरान लोग टीटी से बचने के लिए कई तरह के जुगाड़ लगाते हैं। कई बार टीटी के आने के समय वो टॉयलेट में छुप जाते हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश में एक घटना सामने आ रही है जहां यात्रियों के साथ फिर मोय मोय हो गया। आइए जानें क्‍या है पूरा मामला.

ट्रेन में सफर के दौरान बिना टिकट यात्रा करना और फिर टीटी से बचाना एक बड़ा टास्क होता है और लोग इसके लिए बहुत सारे जुगाड़ लगाते हैं। कई बार टीटी के आने के समय लोग टॉयलेट में छुप जाते हैं और कुछ यात्री दूसरे कोच में चले जाते हैं। इसी तरह के घटना उत्तर प्रदेश के मथुरा और अलवर के बीच चलने वाली ट्रेन में हुई बगैर टिकट यात्री टॉयलेट में छिपे और वहां उनके साथ टोटे-टोटे हो गया। आइए जानें क्‍या है पूरा मामला।

बताया जा रहा है कि आगरा मंडल में सहायक वाणिज्य प्रबंधक वीरेंद्र सिंह आगरा का नेतृत्व बिना टिकट यात्रियों की धर पकड़ के लिए अभियान चल रहा था। ट्रेन नंबर 20490 & 20404 में बिना टिकट यात्रा, अनियमित यात्रा, गंदगी फ़ैलाने वालों के विरुद्ध मथुरा- अलवर खंड में टीम चलती ट्रेन में जांच कर रही थी।

चेकिंग के दौरान बगैर टिकट यात्री ट्रेन के टॉयलेट में छिप गए। जांच की टीम को इस बात का अंदाजा हो गया और फिर वह तत्काल टॉयलेट पहुंची। दरवाजा खटखटाना के बाद पहले नहीं खोला गया फिर काफी मशक्कत के बाद दरवाजा खोला और फिर वह पकड़े गए। इस तरह यात्रियों के साथ कांड हो गया। वहीं कुछ यात्री अपने परिचितों के नाम बताने लगे। जांच टीम ने किसी की कुछ भी नहीं सुनी और 20 बिना टिकट के यात्री पकड़े गए।

यात्रियों से रु-15,830 रुपये, अनाधिकृत यात्रा करने बाले 24 यात्रियों से 11,020 रुपये सहित कुल 44 यात्रियों से 26,850 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया।रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया कि वे उचित यात्रा टिकट लेकर, निर्धारित सीमा से अधिक सामान को बुक कराकर ही यात्रा करें.