यहां बैंकिग प्रणाली बन चुकी है ख्वाब, राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं होने से इकूखेत सल्ट के लोग परेशान

भिकियासैंण सहयोगी |अल्मोड़ा जनपद के दूरस्थ छोर व पौड़ी की सीमा से लगे इकूखेत बाजार में राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा आज तक नहीं खुल सकी है…

एससी/एसटी

भिकियासैंण सहयोगी |अल्मोड़ा जनपद के दूरस्थ छोर व पौड़ी की सीमा से लगे इकूखेत बाजार में राष्ट्रीयकृत बैंक शाखा आज तक नहीं खुल सकी है |अनेकों बार आन्दोलन कर चुके ग्रामीणों ने एक बार फिर आन्दोलन का मन बनाया है|
वर्ष 2012 से इकुखेत बाजार में क्षेत्रीय जनता राष्ट्रीयकृत बैंक खोलने की मांग कर रही है । जिसमे 2012 में 13 का अनशन आंदोलन के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया पेसिया शाखा ने ग्राहक सेवा केन्द्र खोला जिसमे क्षेत्रीय लोगों में लगभग 800 खाते गाँव गाँव जाकर खोले गये । लेकिन कुछ समय पश्चात ग्राहक सेवा केन्द्र बन्द कर दिया । जिससे आम जनता की जन भावना आहत हुई और पुनः उन खातों को पेसिया शाखा 25 किमी दूर सम्मलित किया गया । 2012 में केनरा बैंक ने भी बैंक शाखा खोलने की सहमति जताई। पुनः लम्बे इंजतार के बाद जनता ने 25जून 2018 से 11 जुलाई तक बैंक शाखा खोलने के लिये 17 दिन का अनशन आंदोलन किया। उस दौरान केनरा बैंक के सीनियर प्रबन्धक ने सर्वे किया । और तत्कालीन उपजिलाधिकारी गौरव चटवाल ने धरना स्थल पर आंदोलनकारियों के साथ लिखित समझौता किया की दो माह में सार्थक कार्यवाही की जाएगी ।उसके बाद ग्रामीण शिष्टमंडल के साथ हल्द्वानी उपमहाप्रबन्धक से मिले और अग्रिम कार्यवाही का अश्वासन मिला। दोबारा ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों के साथ केनरा बैंक के उपमहाप्रबन्धक से हल्द्वानी मिलने गये। उपमहाप्रबन्धक के आदेशानुसार क्षेत्रीय उपमहाप्रबन्धक जगदीश रावत ने पुनः उक्त बाजार का सर्वे किया। लीड बैंक अधिकारी अल्मोड़ा ने भी सर्वे किया । केनरा बैंक , शासन , क्षेत्रीय विधायक, सांसद, से बार बैंक की मांग की गुहार लगाई गई । अभी तक क्षेत्र की मांग की अनदेखी हुई है सामाजिक कार्यकर्ता सुनील टम्टा का कहना है संघर्ष समिति जून में निर्णायक आंदोलन शुरू करने को बाध्य होगी |