अल्मोड़ा : यदि मरीज को लेकर जा रही एंबुलेंस सेवा खुद ही हो जाए बीमार , फिर मरीज का तो भगवान ही मालिक…. ऐसा ही हुआ यहां

आज भी पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। अगर किसी मरीज को ले जा रही आपातकालीन एंबुलेंस सेवा 108 खुद मरीज बनकर…

n59892315217127379845577e70b83977748faa9504da9957fc4ad2957db9207b899210c17d7907f1bec531

आज भी पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। अगर किसी मरीज को ले जा रही आपातकालीन एंबुलेंस सेवा 108 खुद मरीज बनकर पड़ जाए तो फिर मरीजों का तो भगवान ही मालिक है। ऐसा ही कुछ हुआ अल्मोड़ा जिले में यहां ताकुला से मरीज छोड़ने जिला मुख्यालय पहुंची एंबुलेंस वापस नहीं आ पाई। जिला अस्पताल से महज चार किमी दूरी तय करने के बाद यह एंबुलेंस खराब हो गई। चालक को इसे सड़क किनारे खड़ा करना पड़ा। तीन दिन बीतने के बाद भी एंबुलेंस वहीं खड़ी है, अस्पताल प्रबंधन को इसकी परवाह तक नहीं है।

जानकारी के मुताबिक रविवार को 108 एंबुलेंस ताकुला सीएचसी से मरीज लेकर जिला अस्पताल पहुंची। यहां से वापसी में सिर्फ चार किमी दूर पांडेखोला के समीप पहुंचते ही यह खराब हो गई,और वहीं रुक गई। चालक ने इसे सड़क किनारे खड़ा कर दिया। एंबुलेंस सड़क किनारे खड़ी है, इसे ठीक नहीं किया जा सका। ऐसे में ताकुला क्षेत्र के मरीजों और गर्भवतियों को अस्पताल पहुंचने के लिए समय पर एंबुलेंस मिलना मुश्किल हो गया है।