भारतीय ओलंपिक संघ ने लिया बड़ा फैसला , भारतीय कुश्ती संघ की समिति को किया भंग

भारतीय ओलंपिक संघ ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ का दैनिक कार्य देख रही समिति के भंग करने का निर्णय लिया है।…

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भारतीय ओलंपिक संघ ने एक बड़ा निर्णय लेते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ का दैनिक कार्य देख रही समिति के भंग करने का निर्णय लिया है। केंद्रीय खेल मंत्रालय ने कुछ समय पहले खेल संहिता के नियमों का उल्लघंन करने की बात कहकर wfi की नई कार्यकारी समिति को निलंबित किया था जिसके बाद आई ओ ए ने WFI के संचालन हेतु तदर्थ समिति का गठन किया था।

यूनिएडेट वर्ल्ड रेसलिंग के निर्देशानुसार WFI को इस खेल का पूरा प्रशासक का स्वामित्व सौंपा गया है। इस ही महीने WFI ने भारतीय कुश्ती महासंघ की सदस्यता की बहाल की थी। WWW ने बीते वर्ष अगस्त में अध्यक्ष पद के चुनाव समय से ना कराने के कारण WFI की सदस्यता रद्द की थी। लेकिन हाल ही में उसने एक बैठक की जिसमें कुछ शर्तों के साथ कुश्ती महासंघ की सदस्यता बहाल करने का निर्णय लिया। बता दें कि विनेश फोगाट बजरंग पूनिया व साक्षी मलिक पहलवानों ने wfi के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीडन का आरोप लगाते हुए उनके विरुद्ध विरोध प्रदर्शन किया था।

वही इन पहलवानों ने यह भी मांग की थी की बृजभूषण को उनके पद से हटाकर एक बार फिर चुनाव किए जाए। इस बार बृजभूषण ने चुनाव नहीं लड़ा और उनके करीबी संजय सिंह ने जीत हासिल की। इस बात से भी पहलवान खुश नहीं हुए उन्होंने कहा कि संजय सिंह बृजभूषण के बेहद करीब है और ऐसे में किसी भी पहलवान को न्याय नहीं मिल पाएगा।वही हाल ही में कुश्ती ट्रायल तदर्थ समिति के नेतृत्व में पुरुष व महिला वर्ग के कुश्ती ट्रायल हाल ही में संपन्न हुए। पुरुषों में जहां बजरंग को हार का सामना करना पड़ा था वही महिला वर्ग में ड्रामा के बाद विनेश फोगाट जीत हासिल करने में सफल रहीं।