Rameshwaram Cafe Blast: पकड़ा गया रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट का संदिग्ध आरोपी

Rameshwaram Cafe Blast Case: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके की जांच कर रही एजेंसी ने बेल्लारी से एक संदिग्ध को…

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Rameshwaram Cafe Blast Case: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके की जांच कर रही एजेंसी ने बेल्लारी से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।

Rameshwaram Cafe Blast suspect detained: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके की जांच काफी जोरों शोरों से चल रही थी। इस मामले में जांच एजेंसी को बड़ी सफलता मिली है एजेंसी ने मुख्य संदिग्ध को हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए गए आरोपी का नाम साबिर है जिसे कर्नाटक के  बेल्लारी से पकड़ा गया है। एनआईए की टीम संदिग्ध को हिरासत में लेकर बेंगलुरु गई है और उससे पूछताछ कर रही है। NIA के मुताबिक धमाके के अलग-अलग पहलुओं पर जांच की जा रही है।

1 मार्च को रामेश्वरम कैफे में हुआ था ब्लास्ट

आपको बता दे की 1 मार्च को बेंगलुरु के प्रसिद्ध व्हाइटफील्ड भोजनालय रामेश्वरम कैफे में आईईडी विस्फोट हुआ था। इस हादसे में काम से कम नौ लोग घायल हुए थे। गृह मंत्रालय ने एनआईए को आदेश दिया था अब धमाके के 8 दिन बाद रामेश्वरम कैफे 9 मार्च को दोबारा खोला गया।

आपको बता दे कि कर्नाटक के विभिन्न इलाकों में आतंकी मॉड्यूल के बारे में केंद्रीय एजेंसी को पता चला था जिसके बाद तमिलनाडु को हाई अलर्ट कर दिया गया था। जांच एजेंसी बेंगलुरु में रामेश्वरम विस्फोट की जांच के तहत तमिलनाडु में चेन्नई और कुड्डालोर में छापे मारे थे। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने कहा है कि बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद कैदियों को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दक्षिण भारत के कमांडर थदियानताविदा नसीर ने ब्रेन वॉश किया था, जो खुद भी बेंगलुरु सेंट्रल जेल में बंद था।

मैंगलोर प्रेशर कुकर ब्लास्ट का लिंक

रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट के बाद जाट एजेंसी को मंगलौर प्रेशर कुकर ब्लास्ट और तमिलनाडु के कोयंबटूर में कार बम विस्फोट के बीच भी लिंक मिला। बताया जा रहा है कि केंद्रीय खुफिया एजेंटीयों से मिली जानकारी के आधार पर चेन्नई,कोयंबटूर, मदुरई और सलीम सहित राज्य के कुछ  संवेदनशील इलाकों में तलाशी ली है।

तमिलनाडु में बम धमाकों का इतिहास

कहां जा रहा है कि तमिलनाडु में बम धमाका का इतिहास काफी लंबा रहा है। इसमें कई लोगों की जान गई। 1998 में कोयंबटूर में हुए धमाकों में 58 लोग मारे गए थे और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। वही 8 अगस्त 1993 को चेन्नई में आरएसएस मुख्यालय पर बम विस्फोट हुआ था जिसमें 11 लोग मारे गए थे और कई लोग घायल हुए थे।