भगवंत मान ने किया ऐलान किसान की मौत पर घर वालों को दी जाएगी आर्थिक मदद,होगी सख्त कार्रवाई

पंजाब के कम भगवंत मान ने कहा है कि शुभकरण किसान आंदोलन की तस्वीर लेने नहीं गया था। वह फसल की सही कीमत मांगने गया…

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पंजाब के कम भगवंत मान ने कहा है कि शुभकरण किसान आंदोलन की तस्वीर लेने नहीं गया था। वह फसल की सही कीमत मांगने गया था।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि किसानों के दिल्ली कूच (Farmers Protest) के नौंवे दिन 21 फरवरी को एक और किसान की मौत हो गई।जिसके बाद फिलहाल दिल्ली चलो मार्च (Delhi Chalo March) को रोक दिया गया है। किसान अब 23 फरवरी को आगे की प्लानिंग करेंगे। इससे पहले 16 फरवरी को भी एक किसान की मौत हुई थी। दिल्ली मार्च के बाद अभी तक शंभू बॉर्डर पर दो सब इंस्पेक्टर्स की भी मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि किसानों ने दावा किया है कि 21 फरवरी को खनोरी बॉर्डर पर 21 साल के शुभ करण सिंह की भी मौत हो गई है।

शुभकरण की मौत हरियाणा पुलिस से हुई झड़प के कारण हुई। कुछ किसानों ने यह भी कहा है कि पुलिस की ओर से दागे गए आंसू गैस के गोले के कारण उसकी मौत हो गई। इस मामले पर अब पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान का बड़ा बयान आया है।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसानों के साथ हैं। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि शुभकरण की मौत की पूरी तरह से जांच की जाएगी और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि शुभकरण के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाएगी।

पटियाला स्थित राजिंदरा अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एचएस रेखी ने कहा कि तीन लोगों को खनौरी से अस्पताल लाया गया था, जिनमें से एक मृत था. रेखी ने कहा, मृतक के सिर पर चोट लगी है और अन्य दो की हालत स्थिर है.
इसके बाद हरियाणा पुलिस ने कहा कि किस की मौत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। हरियाणा पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर लिखा कि खनोरी सीमा पर प्रदर्शनकारियों द्वारा लाठियां पत्थरों से किए गए हमले में लगभग 12 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

इसी बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार किसानों के साथ बातचीत करने के लिए हमेशा तैयार है उन्होंने कहा किस देश के अन्नदाता है। पंजाब सरकार ने गृह मंत्रालय को एक पत्र भी लिखा है और उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है कि पंजाब सरकार शंभू और धाबी- गुर्जन बॉर्डर पर लोगों को इकट्ठा होने दे रही है। पंजाब सरकार ने लिखा,“किसान आंदोलन करने दिल्ली जा रहे थे. मूवमेंट पर रिस्ट्रिक्शन होने के कारण किसान पंजाब और हरियाणा के बॉर्डर पर हैं. अब तक हरियाणा पुलिस के द्वारा चलाएं आंसू गैस के गोले, रबर बुलेट्स, फिजिकल फोर्स और ड्रोन से 160 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. उसके बाद भी पंजाब सरकार ने जिम्मेदारी के साथ लॉ एंड ऑर्डर सिचुएशन को बनाकर रखा हुआ है.”

पत्र में गृह मंत्रालय से कहा गया है कि किसानों के प्रति और ज्यादा सहानुभूति दिखाने की जरूरत है। बॉर्डर स्टेट होने के कारण लॉ एंड ऑर्डर को प्रोटेस्ट में और ज्यादा सेंसिटिव तरीके से संभालना चाहिए।