एक ऐसा पेड़ जिसको मिली है जेड प्लस सुरक्षा, हर वर्ष सरकार इसके लिए खर्च करती है 15 लाख रुपए, पढ़ें इस पेड़ की रोचक कहानी

जेड प्लस सुरक्षा, जी हां आप सभी ने जेड प्लस सुरक्षा के बारे में सुना तो होगा ही यह सुरक्षा बड़ी बड़ी हस्तियों को दी…

n57594995217057663316510022be55285bc7ac56185ea275ca314395db86fc2dd32ac052256a4978d4af91

जेड प्लस सुरक्षा, जी हां आप सभी ने जेड प्लस सुरक्षा के बारे में सुना तो होगा ही यह सुरक्षा बड़ी बड़ी हस्तियों को दी जाती हैं। यदि हम आपसे कहें की एक पेड़ को भी जेड प्लस सुरक्षा दी है तो यकीन नहीं होगा और सुनने में भी बड़ा अजीब लगेगा। लेकिन यह सच है।

बिहार के गया जिले में एक पेड़ है जिसे बोधी ट्री कहते है। जिसको कई बार नष्ट करने के कोशिश की गई लेकिन यह पेड़ कभी भी नष्ट नही हो पाया। वर्ष 1857 में प्राकृतिक आपदा के कारण यह पेड़ पूरी तरह से नष्ट हो गया था। फिर 1880 में अंग्रेज अफसर लॉर्ड ने श्रीलंका के अनुराधापुरम से बोधी ट्री की टहनी मंगवाई और उसे बोधगया में फिर से लगाया गया। तब से लेकर आज तक या बोधी ट्री वैसे का वैसे ही है।

यह पेड़ मध्यप्रदेश में देखने को मिलेगा, जो की मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और विदिशा के बीच सलामतपुर की पहाड़ियों पर लगा हुआ है। इस पेड़ को श्रीलंका के तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने वर्ष 2012 में भारत के दौरे के समय लगाया था। मध्य प्रदेश सरकार इस पेड़ की सुरक्षा के लिए हर वर्ष 12 से 15 लाख रुपए खर्च करती है। यह पेड़ 100 एकड़ की पहाड़ी पर लोहे की 15 फीट ऊंचाई जाली में लगा है। जिसको बोधी वृक्ष कहा जाता है जो कि एक पीपल का पेड़ है।

इस पेड़ की सुरक्षा dm की निगरानी में होती है। इस पेड़ के एक पत्ता भी सुख जाए तो प्रशासन के सिर पर चिंता मंडराने लग जाती है। और जल्द से जल्द इसको ट्रीटमेंट दिया जाता हैं