इस सोच को सलाम,शा​दि विवाह में शराब को प्रतिबंधित किया यहां के युवाओं ने हर जगह हो रही है चर्चा

डेस्क : द्वाराहाट के युवाओं ने एक अनूठी और आकर्षक पहल की है। बांसुलीसेरा क्षेत्र में हाल में ही हुए एक हत्याकांड के बाद जागरूक…

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डेस्क : द्वाराहाट के युवाओं ने एक अनूठी और आकर्षक पहल की है। बांसुलीसेरा क्षेत्र में हाल में ही हुए एक हत्याकांड के बाद जागरूक युवाओं ने एक ऐसी पहल की है ​जो भविष्य में मिशाल के तौर पर सामने आ सकती है। हालांकि हत्याकांड चिंताजनक और मर्मस्पर्शी है लेकिन टूटने के बजाय युवाओं ने जूझने का काम किया। युवाओं के विमर्श में एक बात सामने आई कि नशा सभी अपराधों का मूल है यदि सार्वजनिक और सामाजिक कार्यों में नशा नहीं हो कई प्रकार के दुर्घटनाओं और विवादों से बचा जा सकता हैं बांसुलीसेरा से जुड़े तमाम गांवों के बाशिंदों ने एक महापंचायत कर ऐलान किया गया कि उल्लास भरे किसी भी समारोह में अब शराब पर प्रतिबंध रहेगा। पार्टी के नाम पर मदिरा पिलाने वाले का सीधे सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा और जुर्माना भी लगेगा।

द्वाराहाट ब्लॉ​क के बांसुलीसेरा में महिलाओं व जागरूक ग्रामीणों ने शराबबंदी पर महापंचायत बुलाई। इसमें आसपास के हाट, गोफा, इनाड़ी आदि गावों के महिला व युवक मंगल दल के सदस्य पहुंचे। शादी व अन्य उत्सवों में बढ़ती शराब संस्कृति व नशे के बढ़ते चलन के बीच हिंसात्मक घटनाओं पर चिंता जताई। महापंचायत में फैसला लिया गया कि किसी भी शुभ कार्य में अब शराब या अन्य मादक पदार्थ नहीं परोसे जाएंगे। तय हुआ कि अपनी शान समझ पार्टी के नाम पर शराब परोसने वाले का तत्काल सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। पांच हजार रुपये जुर्माना भी वसूला जाएगा। इसके अलावा बड़े अवसरों पर फिजूलखर्ची पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया यह भी तय हुआ कि सामाजिक समरसता बढ़ाने के मकसद से समारोह स्थलों में बनने वाले भोजन व पकवान कोई घर नहीं ले जाएगा। बल्कि लोगों को कार्यक्रम स्थल पर ही जाकर भोजन ग्रहण करना होगा। वहीं पारंपरिक तीज त्योहार व संस्कृति को बढ़ावा देने का संकल्प भी लिया। महिलाओं ने युवाओं के इस पहल की सराहना की। इस महापंचायत में बांसुलीसेरा समिति के इंद्र सिंह बोरा, गोपाल भंडारी, वीरेंद्र सिंह, श्याम सिंह, बसंती मेहता, हरुली देवी, गीता देवी, चादनी देवी, जसुली देवी, लाल सिंह, कुंदन सिंह, बहादुर सिंह, गोपाल राम, बिशन राम, सुनील सिंह, गोविंद सिंह, सुंदर सिंह आदि मौजूद रहे। संचालन डॉ. दीपक मेहता ने किया।