क्रिकेट विश्वकप के बीच में आई बुरी खबर,नही रहे फिरकी के जादूगर बिशन सिंह बेदी

क्रिकेट विश्वकप के बीच में क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बुरी खबर आई है। फिरकी के जादूगर और पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी का 77…

Bad news came in the middle of Cricket World Cup, spin magician Bishan Singh Bedi is no more

क्रिकेट विश्वकप के बीच में क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बुरी खबर आई है। फिरकी के जादूगर और पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी का 77 साल की उम्र में निधन हो गया है। फिरकी के जादूगर बेदी ने 77 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 273 विकेट लिए थे। बिशन सिंह बेदी ने केवल अपने दम पर भारत को कई मैचों में जीत दिलाई थे। उनकी गिनती भारतीय टेस्ट इतिहास में बेहतरीन स्पिनरों में होती है।


कुछ समय पहले बिशन सिंह बेदी के घुटने की सर्जरी हुई थी और सर्जरी के बाद से उनकी हालत ठीक नही थी। आज 23 अक्टूबर को वह दुनिया को अलविदा कहकर चल दिए।
बिशन सिंह बेदी ने भारत के लिए कप्तानी भी की। बेदी ने 1966 से 1979 तक क्रिकेट खेला। बिशन सिंह बेदी ने स्पिन को नई पहचान दिलाई। भारत की मशहूर स्पिन चौकड़ी का बेदी अहम हिस्सा रहे। भारत की मशहूर स्पिप चौकड़ी में बिशन सिंह बेदी,इरापल्ली प्रसन्ना,श्रीनिवास वेंकटराघवन और भागवत चंद्रशेखर शामिल थे। इन चारों ने मिलकर कुल 231 टेस्ट मैचों में 853 विकेट चटकाएं थे।


बिशन सिंह बेदी के चार बच्चे थे,जिनके नाम अंगर बेदी,गावस इंदर बेदी, नेहा बेदी और गिलिंदर बेदी थे। बिशन सिंह बेदी के पुत्र अंगद बेदी और उनकी पत्नी नेहा धूपिया भारतीय फिल्म जगत के लिए किसी परिचय के मोहताज नही है।


आस्टेलिया के खिलाफ एक ही पारी में 7 विकेट लेने का किया था कारनामा
1969–1970 में फिरकी के जादूगर बिशन बेदी ने कोलकाता में खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ अपनी फिरकी का जादू दिखाते हुए एक ही पारी में 98 रन देकर सात विकेट लिए थे, यह उनके कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। बेदी ने 1977–1978 में आस्टेलिया के खिलाफ पर्थ में खेले गए टेस्ट मैच में दोनों पारियों में 194 रन देकर 10 विकेट लिए। बिशन सिंह बेदी ने 1976 में कानपुर टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतक जड़ा था।


बेदी को 1976 में भारतीय टीम का कप्तान बनाया गया। उन्होंने भारतीय टीम के महान क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की जगह ली थी। 1976 में भारतीय टीम वेस्टइंडीज दौरे में पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में उनकी कप्तानी में भारत ने जीत हासिल की। हालांकि वह लंबे समय तक कप्तान नही रह सके। भारत में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सी​रीज में भारत की टीम को इंग्लैंड के हाथों 3-1 से हार का सामन करना पड़ा था। वही ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में आस्टेलिया ने भारत को 3-2 से हराया था।पाकिस्तान दौरे पर भी भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज 0—2 से गंवा दी थी। इसके बाद उन्हें कप्तानी के पद से हटा दिया गया और उनकी जगह सुनील गावस्कर को कप्तान बनाया गया।


बेदी ने टेस्ट मैचो में 266 विकेट लिए जबकि वन डे मैचों में 7 विकेट लिए। बेदी भारत की एक दिवसीय मैच में पहली जीत हासिल करने वाली टीम का भी हिस्सा रहे। भारत को यह जीत 1975 के विश्वकप में ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ हासिल हुई। इस मैच में बिशन सिंह बेदी ने 12 ओवरों में 8 मेडन ओवरों के साथ 6 ​रन देकर 1 विकेट हासिल किया था और ईस्ट अफ्रीका की टीम उस मैच में सभी विकेट खोकर 120 रन ही बना सकी थी।