गुमदेश का छोटा चैतोला मेला, काली कुमाऊं की सतचुली में देवी जागरण जयकारों से गूंजा भगवती मंदिर

नकुल पंत। गुमदेश काली कुमाऊँ लोहाघाट स्थित खतेड़ा से सतचुली भगवती मंदिर में देवीरथ पहुंचने के साथ ही मेला शुरू हो गया। रथ में शामिल…

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नकुल पंत। गुमदेश काली कुमाऊँ लोहाघाट स्थित खतेड़ा से सतचुली भगवती मंदिर में देवीरथ पहुंचने के साथ ही मेला शुरू हो गया। रथ में शामिल श्रद्धालुओं के जयकारों की गूंज से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा। इस दौरान मां भक्तों ने डोले के साथ मंदिर की परिक्रमा की।

बताते चलें प्रत्येक वर्ष चैत्र पूर्णिमा को लगने वाले सतचुली मेले को छोटे चैतोला के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान गुरुवार को भगवती रथ को खतेड़ा गांव पहुंचाया गया। रात्री में भक्तों की ओर से जागरण किया। देव डांगरों ने अवतरित होकर लोगों को आशीर्वाद दिया। शुक्रवार को खतेड़ा गांव से मां के देवी रथ को सतचूली मंदिर में पहुंचाया गया। देवीरथ में सवार मां भगवती के धामी दलीप सिंह रावत, कालिका के धामी चंद्रकांत चिल्कोटी ने दूर दराज गांव गंगनौला, नसखोला, खतेड़ा, काफली, नाकोट, पोखरी बोरा, किमतोली, ठांठा सुदर्का, खालगढ़, किमतोली, पुल्ला, दिगालीचोड़, गुमदेश आदि अनेक गांवों के अलावा लोहाघाट, चम्पावत, पाटी, देवीधुरा, बाराकोट, टनकपुर, बनबसा आदि से पहुंचे श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। इस दौरान हजारों की संख्या में भक्तों ने मां भगवती के दर्शन किए।