रोल ऑफ योग इन हॉलिस्टिक हेल्थ एंड वेल बीइंग विषय पर कार्यशाला आयोजित

अल्मोडा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग, स्वामी विवेकानन्द शोध एवं अध्ययन केंद्र द्वारा यूजीसी,इंटर यूनिवर्सिटी, सेंटर फॉर योगिक साइंसेज, बंगलुरू के सहयोग…

IMG 20230705 WA0000

अल्मोडा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के योग विज्ञान विभाग, स्वामी विवेकानन्द शोध एवं अध्ययन केंद्र द्वारा यूजीसी,इंटर यूनिवर्सिटी, सेंटर फॉर योगिक साइंसेज, बंगलुरू के सहयोग से ‘रोल ऑफ योग इन हॉलिस्टिक हेल्थ एंड वेल बीइंग (ए ट्रिब्यूट टू स्वामी विवेकानन्द)’ विषय पर दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस आयोजित हुई। कार्यशाला का उद्घाटन विश्वविद्यालय के मुख्य अतिथि और कुलपति प्रतिनिधि प्रो गिरीश चन्द्र साह (परीक्षा नियंत्रक), कार्यक्रम अध्यक्ष रूप में प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट (परिसर निदेशक), विशिष्ट अतिथि प्रो. इला साह (अधिष्ठाता छात्र कल्याण), विशिष्ट अतिथि प्रो. मधुलता नयाल (निदेशक,शोध एवं प्रसार निदेशालय), विशिष्ट अतिथि प्रो. आराधना शुक्ला (पूर्व संकायाध्यक्ष, कला), डॉ.रजनी नौटियाल (केंद्रीय विश्वविद्यालय हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय, गढ़वाल), डॉ विनोद नौटियाल (केंद्रीय विश्वविद्यालय HNB विश्वविद्यालय, गढ़वाल), कॉन्फ्रेंस के संयोजक डॉ. नवीन भट्ट , कुलानुशासक डॉ. मुकेश सामंत ने सरस्वती चित्र एवं भारत माता चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया।

इस दौरान कॉन्फ्रेंस के उद्देश्यों से परिचित करवाया तथा योग विभाग की उपलब्धि को साझा किया। वहीं कॉन्फ्रेंस के संयोजक डॉ नवीन भट्ट ने अतिथियों का स्वागत करते हुए दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जी के विचारों की प्रासंगिकता आज के समय में भी बनी हुई है। स्वामी जी को ईश्वर ने कुछ विशेष करने के लिए भेजा था। उन्होंने अल्पकाल में विश्व में भारतीय संस्कृति का परचम लहराया। इस कॉन्फ्रेंस में प्राध्यापक, छात्र एवं कर्मचारी मौजूद रहे।