उत्तराखंड में मोबाइल कनेक्टिविटी विहीन गांवों की संख्या बढ़कर पहुंची 1244

देहरादून। एक ओर जहां पहाड़ी क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी बढ़ाए जाने के दावे किए जाते रहे हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में संचार विहिन गांवों…

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देहरादून। एक ओर जहां पहाड़ी क्षेत्रों में मोबाइल कनेक्टिविटी बढ़ाए जाने के दावे किए जाते रहे हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में संचार विहिन गांवों (डॉर्क विलेज) की संख्या पहले के मुकाबले बढ़ गई है। प्रदेशभर में पूर्व में किसी भी तरह की मोबाइल कनेक्टिविटी विहीन गांवों की संख्या 734 थी, जो अब बढ़कर 1244 तक पहुंच गई है।

दरअसल राज्य सरकार की एजेंसी आईटीडीए ऐसे गांवों की मैपिंग डार्क विलेज के रूप में करती है। पूर्व में इस एजेंसियों के द्वारा तैयार रिपोर्ट में ऐसे गांवों की संख्या 734 थी, लेकिन बाद में केंद्र सरकार के निर्देश पर बीएसएनएल ने ऐसे प्रत्येक गांवों की नए सिरे से मैपिंग की।

साथ ही आईटीडीए ने भी जिला प्रशासन के माध्यम से इस पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है, जिस पर ऐसे गांवों की संख्या अब बढ़कर 1244 तक पहुंच गई है। इसमें दस गांव ऐसे हैं, जहां टावर लगाने के लिए पहुंचना एजेंसियों के लिए मुमकिन नहीं हो पा रहा है। हालांकि संचार विहिन गांवों में मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध कराने के लिए बीएसएनएल प्रयास कर रहा है।