द्वाराहाट : बीडीसी बैठक (BDC meeting)में हंगामा, सदन में नारेबाजी और धरने पर बैठे जनप्रतिनिधि

Dwarahat: Uproar in BDC meeting जानकारी अनुसार BDC meeting शुरू होने के बाद जल संस्थान के अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही थी। इस बीच…

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Dwarahat: Uproar in BDC meeting

जानकारी अनुसार BDC meeting शुरू होने के बाद जल संस्थान के अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही थी। इस बीच cdo भी सदन में पहुंचे। कुछ देर बाद ही सांसद प्रतिनिधि कैलाश भट्ट ने सदन के अध्यक्ष ब्लॉक प्रमुख दीपक किरौला से पिछली बैठक की कार्यवाही पर सवाल किया।

द्वाराहाट, 27 फरवरी 2023- द्वाराहाट ब्लॉक सभागार में सोमवार को क्षेत्र पंचायत की बैठक(BDC meeting) काफी हंगामेदार रही।

BDC meeting
द्वाराहाट : बीडीसी बैठक (BDC meeting)में हंगामा, सदन में नारेबाजी और धरने पर बैठे जनप्रतिनिधि


मुख्य विकास अधिकारी अशुंल सिंह एवं जनप्रतिनिधियों की तकरार हंगामे में बदल गई और विरोध में जनप्रतिनिधियों ने सदन में ही सीडीओ के खिलाफ नारेबाजी कर बहिष्कार करते हुए ब्लॉक के मुख्य गेट में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।


जानकारी अनुसार BDC meeting शुरू होने के बाद जल संस्थान के अधिकारियों के साथ चर्चा चल रही थी। इस बीच cdo भी सदन में पहुंचे। कुछ देर बाद ही सांसद प्रतिनिधि कैलाश भट्ट ने सदन के अध्यक्ष ब्लॉक प्रमुख दीपक किरौला से पिछली बैठक की कार्यवाही पर सवाल किया

द्वाराहाट : बीडीसी बैठक (BDC meeting)में हंगामा, सदन में नारेबाजी और धरने पर बैठे जनप्रतिनिधि


जिस पर सीडीओ द्वारा आपत्ति जतायी, इस पर जनप्रतिनिधियों ने विरोध किया। इस दौरान ही cdo सदन को छोड़कर चले गये। जिस पर सदन में हंगामा हो गया। जनप्रतिनिधियों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर सदन का बहिष्कार किया। मुख्य गेट पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।


स्थिति को देखते हुए सदन के अध्यक्ष सहित जनप्रतिनिधियों ने कहा कि जब तक सीडीओ माफी नहीं मांगगे सदन नहीं चलेगा।


सांसद प्रतिनिधि व क्षेत्र पंचायत सदस्य कैलाश भट्ट ने कहा कि जनप्रतिनिधियों का हक है कि सदन में पिछली बैठक की कार्यवाही पर चर्चा कर सकते हैं। लेकिन अधिकारियों द्वारा उपेक्षापूर्ण व्यवहार ठीक नहीं है।


जबकि ब्लॉक प्रमुख दीपक किरौला ने कहा कि सदन में अधिकारियों द्वारा जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को धैर्य पूर्वक सुनना नितांत आवश्यक है। सदन के माध्यम से ही जनप्रतिनिधि अपनी समस्याओं को रखते हैं। सदन की गरिमा बनाये रखना भी जरूरी है।


हालांकि इस बीच ही सीडीओ जनप्रतिनिधियों से वार्ता करने पहुंचे और उन्हें मनाने मे सफल रहे। इसके बाद ही सदन चल पाया।


सदन चलने के बाद BDC meeting में पेयजल का मुद्दा छाया रहा। इसके अलावा कृर्षि विभाग पर जनप्रतिनिधियों ने किसान सम्मान निधि, उद्यान विभाग पर पौधों के वितरण में अनिमियता, पीडब्लूडी विभाग द्वारा सड़कों में लीपापोती, ग्राम्य विकास में मनरेगा में हो रही दिक्कतों को अधिकारियों के सम्मुख रखा।

जिस पर सीडीओ ने प्रत्येक शुक्रवार को ब्लॉक में अधिकारियों के उपस्थित रहकर जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को सुनने का निर्देश दिया। इसके अलावा विद्युत, पीएमजीएसवाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विकास, वन, दुग्ध, सहकारिता, पशुपालन आदि विभागों पर चर्चा करते हुए जनप्रतिनिधियों अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाते अपनी बात रखी।


सदन में ब्लॉक प्रमुख दीपक किरौला, सीडीओ अंशुल सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत-द्वाराहाट जयकिशन, परियोजना निदेशक चन्द्रा राज, तहसीलदार लीना चन्द्रा, ज्येष्ठ प्रमुख नंदिता भट्ट, बीडीओ संतोष जेठी, नरेन्द्र अधिकारी, जगदीश बुधानी, भूपेन्द्र कांडपाल, कन्नू साह, प्रकाश अधिकारी, दीवान अधिकारी, मनोज मेहरा आदि जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।