जोशीमठ sinking – जोशीमठ आपदा राहत शिविर में ठहरे है 275 परिवारों के 925 सदस्य

उत्तराखण्ड सरकार का दावा है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुसार प्रभावितों के रहने-खाने से लेकर ठंड से बचाने के लिए पक्के…

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 जोशीमठ आपदा इस समय उत्तराखण्ड सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनकर आयी हैं। ठंड बड़ने से जोशीमठ में हालात और ज्यादा खराब हो रहे है। एक बात का डर और भी है कि कही बारिश के मौसम में दरारे और ज्यादा ना दिखाई दे।

उत्तराखण्ड सरकार का दावा है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के अनुसार प्रभावितों के रहने-खाने से लेकर ठंड से बचाने के लिए पक्के इंतजाम किए गए है और जहां आपदा प्रभावित परिवारों के सदस्यों के रहने की व्यवस्था होटलों के अलावा राहत शिविरों में की गई है तो ठंड से बचाने के लिए हीटर, ब्लोवर आदि के पूरे इंतजाम किए गए हैं।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा हैं कि आपदा प्रभावितों को किसी भी तरह की समस्या न हो। कहा कि 120 परिवारों को हीटर और ब्लोवर उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा होटल में ठहरे लोगों के लिए हीटर-ब्लोवर उपलब्ध कराए गए हैं। 1082 ली दूध 105 लोगों को इलेक्ट्रिक केतल,110 लोगों को थर्मल वियर, 175 लोगों को हॉट वॉटर बोतल, 592 लोगों को टोपी, 280 लोगों को मोजे, 213 लोगों को शॉल आदि जरूरत का सामान दिया गया है।

सरकार के अनुसार तरह अब तक 842 लोगों को खाद्यान्न किट, 693 को कंबल, 121 लोगों को डेली यूज़ किट, 48 लोगों को जूते भी दिए गए हैं। अब तक कुल 826 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है। इसके साथ ही स्थानीय निवासियों के मवेशियों का भी पूरा ख्याल राज्य सरकार की ओर से रखा जा रहा है। 72 पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं 100 चारा बैग भी बाँटे गये हैं।


सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जोशीमठ में आपदा प्रभावित 275 परिवारों के 925 सदस्यों की सुरक्षा के लिए राहत शिविरों में रुकवाया गया है और इन राहत शिविरों में भोजन, पेयजल, चिकित्सा इत्यादि मूलभूत सुविधाएं प्रभावितों को उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रभावित परिवारों को उनकी सुविधा एवं इच्छा के अनुसार सुरक्षित गेस्ट हाउस, होटल, स्कूल एवं धर्मशाला में ठहराया गया है।


नगर पालिका जोशीमठ में 16 परिवार के 63 सदस्यों को रुकवाया गया है। गुरुद्वारा जोशीमठ में 7 परिवारों के 28 सदस्य रह रहे है। इसी तरह, प्राथमिक विद्यालय जोशीमठ में 4 परिवारों 11 सदस्य, जोशीमठ सिंचाई विभाग कॉलोनी में 1 परिवार के 4 सदस्य, टूरिस्ट हॉस्टल औली रोड में दो परिवारों के 8 सदस्यों, राजीव गांधी अभि.वि.जोशीमठ में 1 परिवार के 6 सदस्य, प्रा.वि.सिंगधार में 3 परिवारों के 18 सदस्य, होटल शैलजा में 3 परिवारों के 11 सदस्य, होटल श्रीमान पैलैस में 7 परिवारों के 16 सदस्य, विवेक लाज में 2 परिवारों के 10 सदस्य, होटल सैफायर में 9 परिवारों के 46 सदस्य, होटल द्रोणागिरी में 10 परिवारों के 34 सदस्य, काली कमली धर्मशाला में 5 परिवारों के 23 सदस्य, मिलन केन्द्र सिंगधार में 1 परिवार के 4 सदस्य, होटल तथास्तु में 3 परिवारों के 13 सदस्य, होटल उदय पैलेस में 12 परिवारों के 45 सदस्य, होटल हिमशिखर मे 6 परिवारों के 21 सदस्यों को ठहराया गया है।


जबकि होटल ईश्वरी नारायण में 20 परिवारों के 63 सदस्य, शिवालिक कैम्पिंग एंड कार्टज में 7 परिवारों के 22 सदस्य, औली इको नेचर रिजॉर्ट में 5 परिवारों के 22 सदस्य, होटल पथिक में 5 परिवारों के 8 सदस्य, भारत गेस्ट हाउस में 4 परिवारों के 20 सदस्य, संस्कृति महाविद्यालय में 26 परिवारों के 79 सदस्य, होटल आली डी में 1 परिवार के 5 सदस्यों को ठहराया गया है।


वहीं अलकनंदा सदन जोशीमठ में 3 परिवारों के 10 सदस्य, गुंजन गेस्ट हाउस में 3 परिवारों के 11 सदस्य, बलराम गेस्ट हाउस में 11 परिवारों के 48 सदस्य, न्यू सिद्धार्थ होटल में 10 परिवारों के 20 सदस्य, जय मां सरस्वती में 6 परिवारों के 10 सदस्य, हिमालय होटल में 1 परिवार के 3 सदस्य, होटल साईधाम में 5 परिवारों के 12 सदस्य, होटल माणिक पैलेस में 9 परिवारों के 29 सदस्य, होटल ब्रहमकमल में 3 परिवारों के 11 सदस्य, होटल महिम रेजीडेंसी में 4 परिवारों के 16 सदस्य, चरक गेस्ट हाउस में 2 परिवारों के 6 सदस्यों को ठहराया गया है।


होटल शिवा पैलेस में 2 परिवारों के 11 सदस्य, होटल शिवलोक में 1 परिवारों के 3 सदस्य, होटल त्रिशूल में 5 परिवारों के 27 सदस्य, अनमोल होम स्टे में 4 परिवारों के 18 सदस्य, एनके होमस्टे में 3 परिवारों के 12 सदस्य, मंदिर समिति गेस्ट हाउस में 1 परिवार का 1 सदस्य, होटल धनेश में 10 परिवारों के 45, होटल दीपिका में 1 परिवार के 4 सदस्य सदस्यों को ठहराया गया है। इसके अतिरिक्त 31 परिवारों के 48 सदस्य अपने रिश्तेदारों के किराये के घर पर रह रहे हैं।