राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की मण्डल स्तरीय वार्षिक रिफ्रेशर कार्यक्रम में 44 टीमों को दिया गया प्रशि​क्षण

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की मण्डल स्तरीय वार्षिक रिफ्रेशर कार्यक्रम में 44 टीमों को प्रशिक्षण दिया गया। 16 से 20…

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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की मण्डल स्तरीय वार्षिक रिफ्रेशर कार्यक्रम में 44 टीमों को प्रशिक्षण दिया गया। 16 से 20 जनवरी को हल्द्वानी स्थित ट्रेनिंग सेंटर में चौथे बैच के प्रशिक्षण में वक्ताओं ने शून्य से 18 साल तक के बच्चो में होने वाली बीमारियों, deficeincy ​ए​निमिया VIT A ,VIT-D डिफसेंसी आदि बीमारियों के बारे में बताया।

साथ ही उम्र के अनुरूप क्रमिक विकास सम्बन्धित उत्पन्न विकारो तथा जन्मजात विकृति हृदय रोग, जन्मजात मोतियाबिंद, डाउन सिंड्रोम,जन्मजात बधिरता, से सम्बन्धित जानकारी दी।


राज्य स्तरीय प्रशिक्षक डॉ रश्मि पंत ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीमें अपने क्षेत्र और ब्लॉक में आंगनबाड़ी केंद्र और अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में शून्य से 18 साल के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है।

बताया कि परीक्षण में पायी गयी जन्मजात विकृतियों और विकास में रूकावट से संबंधित रोगों के बच्चों को इलाज के लिए एआईआईएमएस ऋषिकेश,मेडिट्रीना अस्पताल देहरादून,हिमालयन हॉस्पिटल देहरादून,श्री राममूर्ति अस्पताल बरेली में ऑपरेशन कराने की सला​ह दी जाती है। और इसके साथ ही बताया कि सैकड़ों का इन अस्पतालों में इलाज चल रहा है।


प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ ऋतू रखोलिया , डॉ रश्मि पंत,डॉ साक्षी भुड्डी,डॉ मनीषा कायत,डॉ दिलीप वार्ष्णेय,डॉ रश्मि मल्होत्रा,डॉ युवराज पंत मानसिक रोग विशेषज्ञ,बसंत गोस्वामी आदि ने अपना व्याख्यान दिया प्रशिक्षण में मदन मेहरा,हेम जलाल,डॉ कृष्णा गुप्ता,डॉ विशाल,डॉ विकास सचान,केएन जोशी,भुवन पाण्डेय आदि ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण का संचालन आर बी एस के नैनीताल के बसंत गोस्वामी ने किया।