चुनावों में मुद्दा भले ही न बने ले​किन मुद्दा है साहब , उठेगा जरूर— गढवाली गांव सहित 23 गांवों में प्यास सबसे बड़ा मुद्दा

रानीखेत सहयोगी। लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व में भले ही जनता से जुड़े मुद्दे राजनीतिक दलों के आभामंडल के हवाले हो गए हों, लेकिन जनता…

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रानीखेत सहयोगी। लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व में भले ही जनता से जुड़े मुद्दे राजनीतिक दलों के आभामंडल के हवाले हो गए हों, लेकिन जनता के ज्वलंत मुद्दे अपनी जगह पर खड़े हैं, कोई दल या प्रत्याशी प्यास के हक पर सवाल या अपनी जबाहदेही नहीं ले रहा है। युवा सोशल मीडिया पर युद्ध लड़ रहे हैं तो परेशान लोग अपनी किस्मत को कोस रहे हैं।
प्यास से परेशानी का यह मामला हवालबाग विकासखंड के कठपुडिया क्षेत्र के गढवाली गांव व आसपास के तेईस ग्रामों के ग्रामीणो को सिरोता देवलीखान पेयजल योजना के निर्माण कार्य पूरा होने के बाबजूद प्यासा रहने को मजबूर है। ग्रामीणों की इस योजना के लिए बिजली व्यवस्था नही होने के चलते प्यासा रहना पड रहा हैं। आलम यह है कि जल निगम ने 2014 में लगभग 20 करोड रुपये लागत की स्वीकृत सिरोता देवलीखान पेयजल योजना का कार्य तो पूरा कर लिया हैं लेकिन पम्पिंग के लिए बिजली की व्यवस्था नहीं होने से योजना धरातल में नही उतर पा रही हैं। पानी की समस्या से जहा ग्राम में लोग परेशान पडे है वही कुछ ग्राम ऐसे भी है जहा स्कूली बच्चो को पानी के लिये दो से तीन किमी तक की दूरी तय करनी पड़ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार हवलबाग ब्लॉक के गढ़वाली, कफलकोट, कुरचौन बसर, कठपुड़िया सहित तेईस ग्रामो के लिये जल निगम अल्मोडा ने वर्ष 2014 में सिरोता देवलीखान पेयजल योजना बनायी थी। जिसकी लागत बीस करोड़ साढ़े बारह लाख रुपये थीं। विभाग द्वारा वर्ष 2018 से पूर्व योजना का कार्य तो पूरा कर लिया गया, लेकिन बिजली लाईन की उपलब्ध्ता न होने से पंपिंग कार्य बाधित पड़ा हुआ है। जिस कारण पानी सप्लाई नही हो पा रहा हैं। पानी की समस्या को लेकर गढवाली के ग्रामीण जहा पिछले कुछ समय से जुझते आ रहे हैं वही कई ग्रामो में भी गर्मी के चलते पेयजल संकट होने लगा हैं।
योजना से लाभांवित ग्राम गढवाली के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य गणेश दत्त भटट ने बताया कि लगभग पचास परिवारो की तीन सौ से अपर आबादी वाले इस ग्राम में पिछले कुछ समय से भारी पेयजल संकट बना हुआ हैं। पूर्व की एडेश्वर लम्तडी पेयजल योजना चार पॉच साल से बदहाल पडी हुई हैं। उन्होने बताया कि ग्रामवासी दो से तीन किमी दूर पपोली ग्राम से पानी ला रहे है। जिस कारण ग्राम के
बुजुर्गो सहित आम लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा हैं वही स्कूली बच्चो की पढाई भी बाधीत हो रही हैं। उन्होने शासन प्रशासन से शिघ्र योजना को शुरु करने की मॉग की।
गढ़वाली ग्राम की अस्सी वर्षीय वृद्व माता मधुरी देवी के साथ रहने वाली पचास वर्षीय मोहनी देवी ने बताया कि पानी को लेकर उन्हे बडी परेशानी का सामना करना पड रहा हैं ओर ग्राम में पानी को लेकर हर कोई परेशान है। वही ग्राम की रहने वाली स्कूली छात्रा मनीषा, हिमानी व तनुजा ने बताया कि पानी को लेकर आये दिन परेशानी का सामना करना पड रहा हैं जिस कारण पढाई बाधित हो रही हैं।
इधर जल निगम अल्मोडा के अधिशासी अभियंता केडी भटट ने बताया कि हवलबाग अंतर्गत तेईस ग्रामो के लिये वर्ष 2014 में अनुमानित बीस करोड़ बारह लाख तिरपन हजार रुपये धनराशी की स्वीकृत सिरोता देवलीखान पेयजल योजना का कार्य 2018 से पूर्व पूरा कर लिया गयां हैं जिसमें पेयजल टैंक सहित अन्य निर्माण कार्य हो चुके हैं। किंतु बिजली की उपलब्ध्ता नही होने से पंपिंग शुरू नहीं की जा सकी है। उन्होने बताया कि बिजली की उपलब्ध्ता होते ही पानी सप्लाई का कार्य शुरु कर दिया जायेगा।