बड़ी खबर-अल्मोड़ा पुलिस ने स्याल्दे राजस्व क्षेत्र के ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का किया खुलासा

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा पुलिस ने स्याल्दे राजस्व क्षेत्र के ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया है। जानकारी के अनुसार दिनांक 06/12/2022 को वादी मो० कफील…

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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा पुलिस ने स्याल्दे राजस्व क्षेत्र के ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया है। जानकारी के अनुसार दिनांक 06/12/2022 को वादी मो० कफील निवासी भोजपुर जिला मुरादाबाद उ0प्र0 ने अपने मामा अजिबुर्रहमान उम्र लगभग 40 वर्ष, जो विगत 20 वर्ष पूर्व से ग्राम भाकुड़ा तहसील स्याल्दे में किराये पर रहकर पशु व्यापारी का कार्य करते थे के दिनांक- 06/12/2022 को समय 01:00 बजे दिन से लापता हैं। बताया कि उनके मो0न0 भी बंद आ रहे हैं।


उक्त संबंध में राजस्व उप निरीक्षक क्षेत्र उदयपुर तहसील स्याल्दे में तहरीरी सूचना दी गई जिस पर राजस्व उप निरीक्षक क्षेत्र उदयपुर तहसील स्याल्दे में धारा 365 भादवि बनाम अज्ञात में अभियोग पंजीकृत किया गया था।

दिनांक- 09/12/2022 को समय 06.30 बजे साय स्थान ग्राम मल्ला भाकुड़ा, तोक जड़पानी, तहसील स्याल्दे में उपरोक्त गुमशुदा अजिबुर्रहमान का शव, चश्मा, बाईक की चाबी व एटीएम कार्ड जड़पानी गधेरे के एक गुफा से बरामद होने पर अभियोग में राजस्व उ0नि0 उदयपुर द्वारा धारा 302/201 भादवि की बढ़ोत्तरी की गयी। अपराध गंभीर श्रेणी का होने पर श्रीमान जिला मजिस्ट्रेट जनपद अल्मोड़ा के आदेशानुसार अभियोग की विवेचना दिनांक 10.12.2022 को राजस्व पुलिस से अल्मोड़ा पुलिस को हस्तांतरित हुई।

प्रदीप कुमार राय एसएसपी अल्मोड़ा ने हत्या के इस जघन्य अपराध को तत्काल गंभीरता से लेते हुए थानाध्यक्ष सल्ट अजेन्द्र प्रसाद को विवेचक नियुक्त कर सीओ रानीखेत टी0आर0वर्मा,विवेचक,एसओजी प्रभारी सुनील धानिक व एएनटीएफ प्रभारी सौरभ भारती को शीघ्र अभियोग का सफल अनावरण कर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया।

सीओ रानीखेत टी0आर0वर्मा के पर्यवेक्षण में विवेचक/थानाध्यक्ष सल्ट अजेंद्र प्रसाद द्वारा एसओजी/एएनटीएफ टीम की मदद लेते हुए ठोस विवेचनात्मक कार्यवाही/ सुरागरसी-पतारसी करते हुए अभियोग में अभियुक्त 1- सुनील सिंह बिष्ट, उम्र 25 वर्ष पुत्र राजे सिह बिष्ट निवासी तल्ला चनोली तह0 स्याल्दे, जनपद अल्मोडा 2- विरेन्द्र कुमार पुत्र भगत राम निवासी ग्राम जड़पानी, तह० स्याल्दे, जनपद अल्मोड़ा को प्रकाश में लाया गया जिसमें से अभियुक्त सुनील सिंह बिष्ट को दिनांक- 13-12-2022 को गिरफ्तार कर उसकी निशादेही पर मृतक की मो0सा0 UP21U-5017 को खालीगाँव के एक गधेरे में बने कलमठ से बरामद करते हुए अभियुक्त को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया था।

बताया गया कि घटना का मुख्य आरोपी विरेन्द्र कुमार घटना को अंजाम देने के बाद से ही लगातार फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी हेतु एसएसपी अल्मोड़ा ने 15 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर सीओ रानीखेत को टीम गठित करने हेतु निर्देशित किया गया था, सीओ रानीखेत तिलक राम वर्मा द्वारा विवेचक/थानाध्यक्ष अजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में एसओजी/एएनटीएफ की संयुक्त टीम गठित कर अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये। गठित पुलिस टीम ने फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु लगातार संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही थी परन्तु आरोपी गिरफ्तारी से बचने हेतु बार-बार ठिकाने बदल रहा था। पुलिस/एसओजी/एएनटीएफ टीम द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु ठोस सुरागरसी-पतारसी से जानकारी जुटाकर साईबर सेल की सहायता से अथक प्रयासों के बाद दिनांक- 03.01.2023 को अभियुक्त विरेन्द्र कुमार को मोहान के पास से गिरफ्तार कर उसकी निशादेही पर हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार फरसा व मृतक के कपड़े बरामद करते हुए पंजीकृत अभियोग में आवश्यक कार्यवाही की गयी।

घटना के सम्बन्ध में विवेचक/थानाध्यक्ष अजेन्द्र प्रसाद ने आरोपी से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि मैं पेंटर का कार्य करता हूँ, काम नही मिलने से अपने जरुरतें पूरी करने के लिए गांव के लोगों से उधार पैसे लेते रहा जिस कारण पिछले 8-10 महीनों में मेरे ऊपर लोगों का काफी कर्जा हो चुका था, घर चलाने व कर्ज उतारने के लिए मैं परेशान था। यह बात मैंने अपने दोस्त सुनील सिंह बिष्ट को बताकर मौके पर बुलाया और उससे कहा कि मैं अजीबुर्र रहमान को जानता हुँ जो गाँवों से भैस खरीदने का काम करता है उसके पास मोटी रकम रहती है, अजीबुर्र खान से मैंने भैस दिलाने व अपने कमीशन की बात कहकर बुलाया और उससे कहा कि तिमलखान गाँव में एक भैस है वहा चलना है और हम तीनों तिमलखान की ओर गधेरे से होते हुए जा रहे थे, अजीबुर्र रहमान आगे-आगे चल रहा था, मौका देखकर मैंने अपने बैग से धारदार फरसा निकालकर अजीबुर्ररहमान के गले पर जोर से वार किया और खान नीचे गिर गया फिर हम दोनों नीचे कूदे सुनील ने खान को पकड़ा मैंने 6-7 बार फरसे से उसके गले,मुह, जबड़े व हाथ पर वार किये, जिससे उसकी मृत्यु हो गई, इसके बाद खान की पैंट की जेब को चैक करने पर उसमें से 90 हजार रुपये कैश मिला, जिसे सुनील और मैने आपस में बाँट लिया और खान की लाश को रस्सियों से बाधकर नीचे झाड़ियों में पत्थरों से ढककर छिपा दिया था।