जोशीमठ नगर के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा, तीन दिन में अनेक मकानों में आईं दरारें

जोशीमठ। उत्तराखंड के प्राचीन नगरों में शामिल जोशीमठ के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। नगर में जगह-जगह से हो रहा भू-धंसाव लगातार बढ़ता जा…

Uttarakhand- The letters of purchase of Dharamshalas disappeared from the City Magistrate's office

जोशीमठ। उत्तराखंड के प्राचीन नगरों में शामिल जोशीमठ के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है। नगर में जगह-जगह से हो रहा भू-धंसाव लगातार बढ़ता जा रहा है ऐसे में अब यहां स्थिति यह है कि तीन दिनों में करीब 46 मकानों में दरारें आ रहीं हैं। नगर पालिका की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। वहीं सिंहधार वार्ड में बदरीनाथ हाईवे पर स्थित दो होटल तिरछे हो गए हैं जिससे यहां भयावता का अंदेशा लगाया जा सकता है।

जानकारी के अनुसार एक साल से नगर में भू-धंसाव हो रहा है। हर दिन मकानों में दरारें आने की संख्या बढ़ रही है। तीन दिन पहले 513 भवनों में दरारें आई थीं जबकि सोमवार को यह संख्या 559 पहुंच गई है। ऐसे में तीन दिन में 46 मकानों में दरारें आ रही हैं। अधिक खतरे की जद में आए 16 परिवारों में से आठ ने मकान छोड़ दिए हैं जबकि आठ अभी भी खतरे के साये में रहने के लिए मजबूर हैं।